चंदौली के इस गांव में युवा नेता की गाड़ी से कुचलकर हत्या, गुस्साए ग्रामीणों व परिजनों ने घंटों चक्काजाम



जनसंदेश न्यूज

चहनियां (चंदौली)। बलुआ थाना क्षेत्र के पलिया गांव में शाही पोखरे के पास खेल मैदान पर मुंशी सोनकर (27) शव गाड़ी के पास मिलने से सनसनी फैल गयी। ग्रामीणों के मुताबिक की हत्या कर शव को खेल मैदान पर छोड़ गए होंगे। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना से गुस्साएं ग्रामीणों ने विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव की अगुवाई में चक्काजाम कर दिया और पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए धरनारत हो गए। हालांकि बाद में दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही व अपराधियों की धर-पकड़ करने के भरोसे पर मामला शांत हुआ, तब जाकर बलुआ पुलिस ने राहत की सांस ली। 

बताते हैं कि बलुआ गांव के रहने वाले मुंशी सोनकर गत आठ महीने से जिला पंचायत सदस्य पद के लिए चुनाव की तैयारी कर रहा था। गुरुवार की रात में 11 बजे भोजन कर घर से चुनाव प्रचार के लिए निकला। सुबह छह बजे पलिया गांव के शाही पोखरे के पास स्थित खेल मैदान पर उसका शव मिला। ग्रामीणों के मुताबिक उसके गले पर निशान, वहीं सिर पर चोट थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मुंशी सोनकर को उसी की गाड़ी से कुचलकर शव को गाड़ी के कवर से ढक दिए जाने की आशंका जाहिर की जा रही है। सुबह दौड़ लगाने लिए खेल मैदान पर पहुंचे युवकों ने पुलिस को सूचना दी। 



मौके पर पहुंचे बलुआ इंस्पेक्टर सूर्य प्रताप सिंह ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जैसे ही इसकी सूचना परिजनों को हुई बलुआ थाने पर पहुंचकर होहल्ला मचाने लगे। विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव सहित जिला पंचायत सदस्य सतीश कुमार, सपा विधानसभा इकाई अध्यक्ष सुभाष यादव सहित सैकड़ों ग्रामीण बलुआ पुल के पास चक्काजाम कर दिया। परिजनों का आरोप था कि उन्हें सूचना दिए बगैर पुलिस ने जबरिया शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। नाराज ग्रामीणों ने चार घंटे तक सड़क को चार घंटे जाम रखा। इस बीच एएसपी प्रेम चंद, सीओ सकलडीहा भुवनेश चिंकारा समझाने की कोशिश की, लेकिन आंदोलित ग्रामीण नहीं माने।  इस संदर्भ में एएसपी प्रेम चंद ने बताया कि हत्या के बाद पुलिस मामले की गंभीरता से पड़ताल कर रही है। जल्द ही हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। साथ ही बलुआ थाना प्रभारी को लाइन हाजिर किया जाएगा।



हत्या के लिए जवाबदेही तय करे जनपद पुलिस

मुंशी सोनकर की हत्या के बाद नाराज दिखे सपा नेता 

चहनियां। पलिया के युवक मुंशी सोनकर की हत्या के बाद शुक्रवार को जिले के सपाई पुलिस की कार्य प्रणाली पर हमलावर रहे। सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव के साथ प्रवक्ता मनोज काका व सपा नेता प्रवीण सोनकर ने गुस्साए ग्रामीणों का नेतृत्व किया। आरोप लगाया कि थाने से 200 मीटर की दूरी पर रहने वाले युवक की पुलिस सुरक्षा नहीं कर पायी। ऐसी घटनाओं के लिए पुलिस महकमे को जवाबदेही तय करनी होगी, तब अपराध पर सही मायनों में अंकुश लग पाएगा। 

सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण सिंह ने आरोप लगाया कि बलुआ पुलिस ने हत्या के बाद मृतक के घरवालों को विश्वास में लिए बिना ही शव को जल्दबाजी में व जबरिया पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। पुलिस की जल्दबाजी उसकी कार्य प्रणाली पर संदेह व सवाल खड़े करती है। मुंशी सोनकर हत्याकांड में पुलिस ने अपनी भूमिका को संदिग्ध बना लिया है। ऐसे लापरवाह अफसरों के विरूद्ध तत्काल कार्यवाही होनी चाहिए। कहा कि ऐसा लग रहा जैसे बलुआ पुलिस किसी को बचाने के साथ ही खुद भी इस प्रकरण में कुछ करने से बच रही है। सपा प्रवक्ता मनोज सिंह काका ने कहा कि जनपद पुलिस दलित व अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बना रही है। दलित युवक मुंशी सोनकर की हत्या पुलिस के सुरक्षा तंत्र पर सवाल है। जब पुलिस थाने से 200 मीटर की दूरी पर निवासरत लोगों की सुरक्षा नहीं कर पा रही है तो दूरदराज के इलाकों की सुरक्षा कैसे होगी? यह एक बड़ा सवाल है। सपा नेता प्रवीण सोनकर ने कहा कि राजनीति में उभरते दलित युवक की हत्या एक बड़ा सवाल है। पूरा प्रकरण जिला पंचायत चुनाव से जुड़ा है और राजनीतिक द्वैष के कारण मुंशी सोनकर की हत्या की गयी है। पुलिस जल्द हत्यारोपियों की धर-पकड़ करे, अन्यथा समाजवादी पार्टी दलित परिवार को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ेगी। हत्या के बाद बलुआ पुलिस की गतिविधियां संदिग्ध प्रतीत हो रही है। 



हत्या से जुड़े सभी तथ्यों की हो रही पड़ताल

चहनियां। क्षेत्र के पलिया में मुंशी सोनकर हत्या को लेकर पुलिस कई एंगल से जोड़कर रही है। यहां जमीन सम्बन्धित विवाद होना, जिला पंचायत चुनाव में आगे आदि को लेकर जोड़ रही है। हत्या को लेकर पुलिस पूछताछ भी कर रही है। 

मुंशी सोनकर छह भाइयों व तीन बहनों में दूसरे स्थान पर था। बड़ा भाई दरोगा चहनियां सब्जी मंडी में मंडी चलाते है। पिता मंगरु का रोकर बुरा हाल था। मुंशी की हत्या के बाद उसकी मां प्यारी देवी रो-रोकर बेहोश हो जा रही थी। भाई दिवान, छोटू, सोनू, प्रिंस बहन खुशबू, सोनी, मोनी का भी रोकर बुरा हाल रहा। मुशी सोनकर की हत्या से बलुआ बाजार व चहनियां सब्जी मंडी बन्द रही। सभी लोग बन्द कर चक्का जाम स्थल पर जुटे रहे। उधर, चक्काजाम को लेकर जाम में फंसे लोग बलुआ पुल पर व चहनियां-बलुआ मार्ग पर बिलबिलाते रहे। घण्टों चले जाम में कोई इलाज के लिए जा रहा था तो वाराणसी कचहरी, स्कूल के बच्चे भी जाम में फंसे रहे।

उभरते राजनीति प्रतिभा कर दी हत्या

चहनियां। क्षेत्र के पलिया निवासी मुंशी सोनकर की हत्या से परिवार काफी आहत था। इसके साथ ही उसके समर्थक भी मर्माहत नजर आए। परिवार का कहना था कि हत्यारों ने एक उभरते राजनीतिक प्रतिभा को हमेशा के लिए खामौश कर दिया है। क्योंकि मुंशी सोनकर ने राजनीति में तेजी से अपने पांव जमाने शुरू कर दिए थे और आगामी जिला पंचायत चुनाव को लेकर अपनी मजबूत दावेदारी जनता के बीच रखने का काम भी शिद्दत से कर रहा था। शायद यही बात राजनीति विरोध रखने वालों को रास नहीं आयी।



समाज और परिवार से सपा को संवेदना नहीं: सूर्यमुनि
चन्दौली। जिला पंचायत सदस्य सूर्यमुनि तिवारी ने पलिया की घटना पर दुख व्यक्त किया। कहा कि समाजवादी पार्टी की न तो समाज के साथ संवेदना है और ना ही पीड़ित परिवार से ही उनकी संवेदनाएं हैं। यदि ऐसा होता तो सपा पुलिस के कार्य में बाधक नहीं बनती। आरोप लगाया कि सपा ने लाश पर राजनीति करने का काम किया है, जी दुर्भाग्यपूर्ण है भाजपा इसकी निंदा करती हैं।
जिला मुख्यालय पर पोस्टमार्टम हाउस के बाहर मृतक परिजनों को ढांढस बंधाया और कहा कि सपा ने ग्रामीणों को गुमराह करके धरना प्रदर्शन कराया और पुलिस को उसका काम करने से रोका। आज जो कुछ भी हुआ वह राजनीति से प्रेरित था। पीड़ित परिवार को तहरीर नहीं देने दी गई। सपा खुद मामले का खुलासा नहीं चाहती हैं। इस दौरान भाजपा मंडल अध्यक्ष दिलीप कुमार सोनकर भी मौजूद रहे।

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