प्रयागराज में अपराधियों पर गरजा योगी का बुलडोजर, तीन हिस्ट्रीशीटर के आलीशान मकान को पीडीए ने ढहाया
अनूप मिश्रा
प्रयागराज। झूंसी के छतनाग में शातिर अपराधी छोट्टन गिरी, बबलू गिरी और ऋषि भारती के खिलाफ गुरुवार को पीडीए ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इनके आलीशान मकानों के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी। इससे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। कई थानों की पुलिस के अलावा प्रयागराज विकास प्राधिकरण के अधिकारी मौके पर मौजूद रहे हैं। छोट्टन गिरी किशोरावस्था से ही जरायम की दुनिया में सक्रिय है स और कई लोगों की हत्या के चलते वह कम उम्र में शातिर अपराधियों की सूची में शामिल हो गया।
इन हिस्ट्रीशीटरों के खिलाफ कई थानों में हत्या, मारपीट, जान से मारने की धमकी, हत्या के प्रयास, रंगदारी, भूमि पर कब्जा सहित तमाम मामलों में मुकदमें पंजीकृत हैं। आपरेशन नेस्तनाबूद के तहत पीडीए ने मकान ढहाने के लिए इनको नोटिस जारी किया था। फिलहाल छोट्टन गिरी हत्या के मामले में जेल में बंद है। गुरुवार को पीडीए की टीम कई बुलडोजर और जेसीबी के साथ छतनाग स्थित मुहल्ले में मकान ढहाने के लिए पहुंची तो हड़कंप मच गया।झूंसी के छतनाग गांव निवासी छुट्टन गिरी और बबलू गिरी सगे भाई हैं। छुट्टन तकरीबन सात साल से जेल में है। इस पर अकेले झूंसी में ही हत्या समेत कई मामले दर्ज हैं। तकरीबन सात साल पहले छुट्टन पर छतनाग गांव में गोली और बम से जानलेवा हमला हुआ था। जिसमे वह बच गया था। इसके बाद बाइक से भागते वक्त उसने फिल्मी स्टाइल में पिस्टल से गोलियां बरसाकर दो लोगों की हत्या कर दी थी। इसके पहले 2005 में 16 साल की उम्र में छुट्टन सपा नेता मुनीम यादव की गोली और बम से हत्या कर सुर्खियों में आया था। बबलू गिरी अभी जेल से बाहर है। कल इसके भतीजे सतीश की बारात जानी है।