रक्षामंत्री के गृहनगर को मिलेगी एक और सौगात, चकिया के इस गांव में 128 बीघे की भूमि पर बनेगा यह ट्रेनिंग सेंटर
वैभव मिश्रा
चकिया/चंदौली। नक्सल क्षेत्र में रोजगार की संभावनाओं को तलाशते हुए शासन व प्रशासन क्षेत्र के युवाओं के लिए नये अवसर पैदा करने में जुटी हुई है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के गृहनगर चकिया में एक और नई सौगात मिलने जा रही है। चकिया के सोनहुल में सीआरपीएफ का प्रशिक्षण केंद्र बनने की शुरूआत होने के साथ ही क्षेत्रीय विधायक शारदा प्रसाद के प्रयासों से अब शिकारगंज के पचफेड़िया गांव में पीएसी का ट्रेनिंग सेंटर बनाया जाएगा। राजस्व विभाग ने विकासखंड के पचफेड़िया गांव में 128 बीघा भूमि चिह्नित कर इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी है। ट्रेनिंग सेंटर के निर्माण के लिए जल्द ही भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी।
वाराणसी के भुल्लनपुर और रामनगर के बाद चंदौली में यह पीएसी का पहला पीएसी ट्रेनिंग सेंटर होगा। जहां जवानों को प्रशिक्षित किया जाएगा। पचफेड़िया गांव के अंतर्गत ढोलकिया बस्ती में पीएसी का ट्रेनिंग सेंटर स्थापित किया जाएगा। इसके तहत राजस्व विभाग ने कई किसानों की भूमि सहित सरकारी भूमि को चिह्नित कर लिया है। ट्रेनिंग सेंटर बनाने के लिए 128 बीघे भूमि अधिग्रहण के लिए किसानों से वार्ता भी कर ली गई है। जहां ज्यादातार किसान जमीन देने को तैयार भी हैं।
शासन से हरी झंडी मिलते ही सेंटर के लिए भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। इसके बाद ट्रेनिंग सेंटर बनाने का काम भी शुरू करा दिया जाएगा। अत्यंत पिछड़े व पहाड़ी क्षेत्र में पीएसी ट्रेनिंग सेंटर बनने से वहां के लोगों के लिए नए रोजगार का सृजन होगा। इससे पहले चकिया में दो मार्च 2019 को तत्कालीन गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने 74 हेक्टेयर में सीआरपीएफ सेंटर के निर्माण की सौगात दी थी। अब वहां पीएसी का सेंटर बनने से नक्सल क्षेत्र में रोजी-रोजगार के अवसर मिलेेंगे।
इस संबंध में क्षेत्रीय विधायक शारदा प्रसाद ने बताया कि पीएसी ट्रेनिंग सेंटर बनाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया था। इसकी मंजूरी भी मिल गई है। ट्रेनिंग सेंटर के निर्माण से क्षेत्र के गरीबों को रोजगार मिलेगा साथ ही विकास का मार्ग भी प्रशस्त होगा।