गाजीपुर के जितेन्द्र को मिला गांधीवादी यंग टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन (ज्ञाति) अवार्ड, गंगा की मिट्टी से बिजली उत्पादन
संजय सिंह कुशवाहा
कठवामोड़/गाजीपुर। मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के शोधकर्ता जितेन्द्र प्रसाद को गांधीवादी यंग टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन (ज्ञाति) अवार्ड मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के उपस्थिति में दिया गया।
जितेन्द्र प्रसाद प्रोफेसर रमेश कुमार त्रिपाठी के अधीन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में जनवरी 2016 से पीएचडी कर रहे हैं। यह अवार्ड दूर दराज क्षेत्रो में प्रकाश के लिए गंगा नदी के मिट्टी से बिजली उत्पादन करने की तकनीक विकसित करने के लिये दिया गया है। उनकी यह तकनीकी दुर-दराज के इलाको के लिए प्रकाशित करने, इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस सैन्य वायरलेस को शक्ति का स्रोत प्रदान करेगा। यह नवाचार इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए एक शक्ति स्रोत के रूप में भी सुविधा प्रदान करेगा जहां पारंपरिक बिजली का उपलब्ध हो पाना असंभव है। इस तकनीकी से बिजली उत्पन्न करने में किसी तरह का प्रदूषण पैदा नही होता है।
मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने हेल्थ फॉर ऑलष् के लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर वैज्ञानिक समुदाय से इस मिशन में योगदान देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि विज्ञान में समाज के सबसे विवादास्पद मुद्दों और समस्याओं को हल करने की क्षमता है। युवाओं के विकास का सबसे अच्छा समय है और सरकार आर्थिक और तकनीकी रूप से विचारों का समर्थन करने के लिए है।
वहीं यह पुरस्कार चिकित्साशास्त्र, ऊतक इंजीनियरिंग, मेडिकल, रसायन विज्ञान, जैव प्रसंस्करण कृषि और इंजीनियरिंग समेत 42 श्रेणीयो से जुड़े युवा शोधकर्ताओं को प्रदान किये जाते है। अवार्ड प्राप्त करने वाले जितेंद्र प्रसाद विकास खंड मुहम्मदाबाद ग्राम शक्करपुर के निवासी है। इनके पिता रामकृत प्रजापति सेतु निगम में इलेक्ट्रिशियन के पद से रिटायर्ड है और माता गृहणी है। पुरस्कार समारोह में जैव प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव डा. रेणु स्वरूप, डा. शेखर सी. मंडे (महानिदेशक, सीएसआईआर), डॉ. आर.ए. माशेलकर , प्रोफेसर अनिल गुप्ता और डा. मनीष दीवान उपस्थित थे।