कोविड वैक्सीन के टीकाकरण का खर्च केंद्र सरकार उठाएगी
टीकाकरण के लिए सरकार ने बनाई पुख्ता कार्ययोजना, जल्द हो सकता है रोडमैप का ऐलान
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने कोविड महामारी से बचाने के लिए वैक्सीन के टीकाकरण को लेकर पुख्ता कार्ययोजना तैयार की है। वैक्सीन का पूरा खर्च सरकार ही उठाएगी। आगामी बजट 2021 में इसके रोडमैप का ऐलान हो सकता है। इस संबंध में पूरी योजना तैयार कर ली है। एस्ट्राजेनिका से बल्क में वैक्सीन लेने की तैयारी है। एक व्यक्ति को कोविड वैक्सीन देने पर 6-7 डॉलर करीब 500 रुपये से ज्यादा का खर्च आएगा। यही वजह है कि सरकार ने 130 करोड़ लोगों को कोविड वैक्सीन देने के लिए 500 अरब रुपये का बजट तय किया है। बजट का इंतजाम मौजूदा वित्तीय वर्ष के आखिर में किया जाएगा। दवा के लिए फंड की कमी नहीं होगी।सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक सरकार वैक्सीन टीकाकरण का पूरा
खर्च उठाने की तैयारी में। उम्मीद है कि फरवरी के अंत से टीकाकरण भी शुरू हो सकता
है। केंद्र सरकार कोविड (Coronavirus)
के बढ़ते प्रकोप से चिंतित है। महामारी को नियंत्रित करने के लिए हर संभव
प्रयास कर रही है। कोरोना के टीकाकरण का पूरा खर्च उठाने की योजना पर काम चल रहा
है। इस संबंध में सहमति बन गई है। बजट में इस बारे में घोषणा की जा सकती है।
महामारी से जूझ रही दुनिया को वैक्सीन का ही सहारा है।
कोविड के 150 से भी ज्यादा टीकों पर दुनियाभर में रिसर्च और ट्रायल हो रहे हैं।
अभी तक किसी भी वैक्सीन को ग्लोबल यूज के लिए अप्रूव नहीं किया गया है। केवल रूस
ने एक वैक्सीन स्पूतनिक वी को अगस्त में मंजूरी दी थी, जिसके
बड़े पैमाने पर फेज-3 ट्रायल के नतीजों का दुनिया इंतजार कर रही है। भारत में भी
कोविड के तीन टीकों का फेज 2/3 ट्रायल चल रहा है। इनमें से दो वैक्सीन भारतीय
वैज्ञानिकों ने ही डेवलप की हैं।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के मुताबिक कोविड-19
वैक्सीन पोर्टल लॉन्च किया जा चुका है। इस पोर्टल को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल
रिसर्च ने बनाया है। यह पोर्टल भारत में होने वाली सभी वैक्सीन के निर्माण के बारे
में जानकारी एक स्थान पर जुटाने के लिए बनाया है। टीकाकरण में बुजुर्गों और गंभीर रूप
से बीमार मरीजों को प्राथमिकता दी जाएगी। बाद में उपलब्ध डोज के आधार पर सबको
टीका लगाने की कवायद शुरू होगी।