एनडीआरएफ कर्मियों ने ली संविधान की शपथ, एकता और अखंडता के लिए रहेंगे तत्पर
जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। 26 नवंबर संविधान दिवस के उपलक्ष्य पर एनडीआरएफ की 11वीं वाहिनी द्वारा संविधान की उद्देशिका को एनडीआरएफ के जवानों के समक्ष पढ़ा गया और संविधान की प्रस्तावना के महत्व को बताया गया। जिसमें संपूर्ण भारत वासियों की एकता, अखंडता, स्वतंत्रता और बंधुत्व को बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्प के साथ शपथ ली गई।
एनडीआरएफ आपदा राहत बचाव कार्यों के साथ-साथ समाज-देश के विकास और प्रगति में अपना सकारात्मक योगदान देती रहती है। भारत सरकार ने 19 नवंबर 2015 को राजपत्र अधिसूचना की सहायता से 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में घोषित किया गया था। तब से देश में 26 नवंबर, संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर ने भारतीय संविधान के रूप में दुनिया का सबसे बड़ा संविधान तैयार किया था। यह दुनिया के सभी संविधानों के परखने के बाद बनाया था। इसे विश्व का सबसे बड़ा संविधान माना जाता है।
इस शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन कमांडेंट कौशलेश राय, अन्य अधिकारियों व कार्मिकों द्वारा 11 एनडीआरएफ वाराणसी मुख्यालय, सभी तैनात टीमों लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज व भोपाल में किया गया।