देव दीपावली पर 21 ब्राम्हण करेंगे मां गंगा की महाआरती, 151 लीटर दूध से होगा अभिषेक
दशाश्वमेध घाट पर टिमटिमाएंगे दीप
जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। देव दीपावली पर एक दफा फिर भगवान आशुतोष की नगरी काशी की छटा अलौकिक रहेगी। कोरोना महामारी से बचाव को लेकर शासन की ओर से जारी किए गए गाइडलाइन का ख्याल रखते हुए बनारस में 30 नवंबर को होने वाले आयोजन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। देव दीपावली पर इस दफा खास यह होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहर में रहेंगे। हर साल की तरह इस बार भी दशाश्वमेध घाट पर गंगोत्री सेवा समिति की ओर से 21 ब्रह्मणों द्वारा मां गंगा की महाआरती की जाएगी। खास यह रहेगा कि इस बार सोशल डिस्टेंसिंग को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।
गंगोत्री सेवा समिति के संस्थापक अध्यक्ष पंडित किशोरी रमन दुबे ‘बाबू महाराज’ ने बताया कि घाट को टिमटिमाते दीपों से सजाया जाएगा। मां गंगा का दुग्धाभिषेक 151 लीटर दूध से होगा। षोडशोपचार पूजन किया जाएगा। मां गंगा को असंख्य दीपदान किए जाएंगे।
रिद्धि-सिद्धि डोलाएंगी चंवर
समिति के सचिव दिनेश शंकर दुबे ने बताया कि दशाश्वमेध घाट पर रजत सिंहासन पर हर साल मां गंगा की अष्टधातु की प्रतिमा विराजमान होती है। मां गंगा की प्रतिमा साल में दो बार गंगा दशहरा और देव दीपावली पर घाट पर लोगों के दर्शन-पूजन के लिए स्थापित की जाती है। गंगा आरती के दौरान रिद्धि-सिद्धि रूप में कन्याएं मां गंगा को चंवर डोलाएंगी। आयोजन के दौरान शासन की ओर से जारी किए गए गाइडलाइन का पालन किया जाएगा।