बैंक में 1000 से ज्यादा जमा किये 100 रुपये या उससे कम के नोट तो प्रति इतना लगेगा शुल्क
जनसंदेश न्यूज़
कानपुर। बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों पर तमाम नए शुल्क लगाने की तैयारी कर ली है। बैंक ऑफ इंडिया के नए नियमों से ग्राहकों की जेब पर बोझ बढ़ने वाला है। नव वर्ष की शुरूआत यानी कि जनवरी 2021 से शुल्क बढ़ाए जाने वाले बैंक शाखाओं में लागू कर दिए जाएंगे। इसके पहले ग्राहकों को जानकारी देने के लिए बैंक की शाखाओं पर एक दिसंबर 2020 से ऑन स्क्रीन या फिर पोस्टरों के माध्यम से बताया और दिखाया जाना शुरू हो जाएगा।
नये नियमों के मुताबिक यदि ग्राहक यदि सौ रुपये से कम वाले नोट एक हजार संख्या से ज्यादा जमा करेंगे तो प्रति सौ नोट पर दस रुपये का शुल्क देना पड़ेगा। बैंक के पास 100 रुपये के नोट से छोटे नोट गिनने की व्यवस्था नहीं है। इसलिए बैंक में कर्मचारी को एक रुपये, दो रुपये, पांच रुपये, दस रुपये, बीस रुपये और पचास रुपये के छोटे नोट की गड्डी हाथों से ही गिनना होता है। बैंक अब एक जनवरी 2021 से नियम ला रही है कि 100 रुपये से नीचे के नोटों की 10 गड्डी या 1,000 नोटों तक जमा करने पर कोई शुल्क नहीं लगेगा। इसके बाद अगर एक नोट भी बढ़ता है तो प्रति गड्डी या 100 नोटों पर 10 रुपये का शुल्क वसूला जाएगा।
इसके साथ ही ग्राहक अगर एक माह में पांच से ज्यादा बार बैंक शाखा में आकर धन जमा करेंगे तो उन्हें छठवीं बार से हर जमा पर 50 रुपये शुल्क देना होगा। इससे कारोबारी परेशान होंगे क्योंकि ज्यादातर व्यापारी अपनी रोज की बिक्री का धन बैंक में करते हैं। इसी तरह किसी भी खाते में किसी भी एक दिन में एक लाख रुपये तक जमा करने पर कोई शुल्क नहीं लगेगा लेकिन इसके ज्यादा नकद होते ही प्रति हजार रुपये पर एक रुपये शुल्क लगेगा। इसमें सबसे बड़ी समस्या यह है कि एक लाख रुपये के ऊपर एक रुपये भी बढ़ गया तो सीधे 100 रुपये शुल्क लगेगा। यह शुल्क भी अधिकतम 10,000 रुपये हो सकता है।
आपको बता दें कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी इसी तरह से शुल्क बढ़ाया था, जिससे ग्राहकों को असुविधा शुरू हो गई थी। बड़े कारोबारियों और व्यापारियों ने इसपर आपत्ति भी जताई थी। बाद में बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने शुल्क वापस ले लिये थे।