महामारी के दौर में युवाओं को पोषण के प्रति सचेत करना अहम-नीतू सिंह
बी ए जागरिक का दूसरा चरण प्रारंभ
जनसंदेश न्यूज़
चकिया/चंदौली। यूएनएफपीए, आरईसी फाउंडेशन, कम्युटिनी-द यूथ कलेक्टिव तथा ये एक सोच फाउंडेशन के साथ ग्राम्या संस्थान ‘बी ए जागरिक’ प्रोजेक्ट का दूसरा चरण शुरू किया। इस मौके पर ग्राम्या संस्थान की चंदौली प्रोजेक्ट मैनेजर नीतू सिंह चकिया में युवाओं को बी ए जागरिक कार्यक्रम से जोड़ कर उन्हें विभिन्न मुद्दों पर वार्ता की।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज तेजी से महामारी की चपेट में आई दुनिया में महसूस हो रहा है कि युवाओं को उचित पोषण के साथ उनकी क्षमता को बढ़ाना प्रमुख कार्य है। आज का युवा इन परिवर्तनों के प्रति अधिक संवेदनशील हैं।
कहा कि महत्वपूर्ण बात यह है कि उनके पास अपने और अपने समुदायों के लिए बेहतर जीवन विकल्पों तक पहुंचने का आदर्शवाद, ऊर्जा और संसाधन भी मौजूद है। आज, युवाओं के बीच नेतृत्व का निर्माण करने के उद्देश्य से ‘जागरुक बनिए’ का दूसरा चरण एक पहल है, जो सही अर्थों में उन्हें जबरदस्त जागरुक (शाब्दिक रूप से जागृत, जागरुक और सक्रिय नागरिक) बनने के लिए सक्षम बनाता है। इस मौके पर दर्जनों की संख्या में क्षेत्रीय युवा मौजूद रहे।