चंद महीनों में बनारस को मिलेगी करोड़ों की सौगात: सीएम योगी
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में अब बदलता हुआ दिख रहा है बनारस
- अगले साल के अंत तक जनपद में कई चौड़ी सड़कें, नये पुल, आरओबी आदि मिल जाएंगे, होगी राहत
- वाराणसी जिले में विकास के लिए 9259.71 करोड़ रुपये की 136 बड़ी प्रमुख परियोजनाएं निमार्णाधीन
सुरोजीत चैटर्जी
वाराणसी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को सालभर के अंदर करोड़ों की सौगात मिल जाएगी। जनपद में निर्माणाधीन तमाम परियोजनाओं में से कई प्रोजेक्ट आगामी कुछथ महीनों में और अगले साल के अंत तक पूर्ण हो जाएंगी। इससे न सिर्फ स्थानीय नागरिकों को बल्कि अन्य शहर व राज्यों के लोग भी लाभांवित होंगे। अब बनारस बदलता र्हुआ दिख रहा है।
सर्किट हाउस सभागार में शनिवार की शाम सीएम जनपद के विकास कार्यों और निमार्णाधीन परियोजनाओं के प्रगति की वृहद समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वाराणसी में फिलहाल 9259.71 करोड़ रुपये की 136 बड़ी व प्रमुख परियोजनाएं निमार्णाधीन हैं। उनमें से 401.93 करोड़ रुपये के 26 प्रोजेक्ट इस माह के अंत तक पूर्ण हो जाएंगे। 7.74 करोड़ रुपये की दो परियोजनाएं नवंबर तथा 915.39 करोड़ रुपये की 25 परियोजनाएं आगामी दिसंबर माह तक पूरी होंगी। जबकि 3396.26 करोड़ रुपये की 39 परियोजनाएं आगामी मार्च में, 1827.94 करोड़ रुपये की 39 परियोजनाएं अगले साल दिसंबर में और 2710.46 करोड़ रुपये के पांच प्रोजेक्ट 2022 में पूर्ण कर लिए जाएंगे।
अबतक पूर्ण हो चुकी परियोजनाओं पर भी उन्होंने चर्चा की। उन्होंने कहा कि मार्ग चौड़ीकरण और फोरलेन आदि तैयार हो जाने के बाद यह सड़कें वाराणसी की रोड कनेक्टिविटी में मील के पत्थर साबित होंगे। उन्होंने बताया कि कुकिंग गैस पाइपलाइन से घरों में सप्लाई के लिए 345 करोड़ रुपये की परियोजना में 50 फीसदी कार्य पूर्ण हो चुका है। 21360 घरों में जीआई पाइपलाइन इंफ्रास्ट्रक्चर का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। बेहतर विद्युतीकरण व्यवस्था के लिए नगवा तथा अलईपुर में उपकेंद्र निर्माणाधीन है। शहर की सभी शेष ओवरहेड लाइनों को भूमिगत केबल में बदलने का कार्य जारी है। शहर में सुगम यातायात व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए गोदौलिया, सर्किट हाउस के निकट, बेनियाबाग और टाउनहॉल में पार्किंग स्थल बन रहे हैं।
स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा में योगी ने कहा कि बेहतर चिकित्सा व्यवस्था की दृष्टि से वाराणसी पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित इससे जुड़े प्रदेशों के लिए चिकित्सा का हब बन गया है। उन्होंने पर्यटन की समीक्षा भी की। कहा, प्रधानमंत्री की विशेष रुचि एवं संदेश तथा केंद्र-राज्य सरकार संयुक्त रूप से वृहद स्तर पर इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास किया है। फलस्वरुप वाराणसी पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित यहां से जुड़े अन्य प्रदेशों के लिए स्वास्थ्य, कनेक्टिविटी, कृषि एवं हैंडलूम उत्पाद व पर्यटन के क्षेत्र में हब बन रहा है। मुख्यमंत्री ने कोरोना महामारी और मिशन शक्ति की समीक्षा भी की।
अगस्त तक तैयार हो जाएगा विश्वनाथ कॉरिडोर
आज बनारस देश-दुनिया के नक्शे पर देश-विदेश के पर्यटकों को प्रमुखता से आकर्षित करता है। श्री काशी विश्वनाथ धाम निर्माण परियोजना काशी की पौराणिकता, धार्मिकता एवं आध्यात्मिकता को संजोए हुए आधुनिकता एवं नवीनता का अनुपम, भव्य सुविधायुक्त धाम होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मां गंगा एवं श्री काशी विश्वनाथ जी के प्रति अगाध विश्वास व आस्था से उनकी मंशा के अनुरूप बन रहे यह धाम विश्व की समस्त भारतवंशियों सहित विदेशियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। यह पर्यटन की दृष्टि से भी आकर्षक, मनमोहक व सजीवटता होगी। श्री काशी विश्वनाथ धाम परियोजना में नक्काशीदार व चमकदार पत्थर सजने लगे हैं। इस परियोजना को अगस्त, 2021 तक पूर्ण करने हेतु युद्ध स्तर पर कार्य हो रहे हैं।
इस वित्तीय वर्ष में पूर्ण होंगे
804 करोड़ रुपये लागत की सुल्तानपुर-वाराणसी फोरलेन चौड़ीकरण, 785 करोड़ रुपये की फोरलेन चौड़ीकरण घाघरा ब्रिज-वाराणसी सेक्शन परियोजना, वाराणसी-गाजीपुर फोरलेन चौड़ीकरण (लागत 868.50 करोड़), रिंग रोड फेज-2 की 1354.67 करोड़ रुपये की परियोजना, पंचकोसी परिक्रमा मार्ग, भिखारीपुर तिराहे से एनएच-2 तक चौड़ीकरण, कैंट-पड़ाव मार्ग चौड़ीकरण की तीनों परियोजनाएं (144 करोड़) आदि।
योगी ने यह भी कहा
स्मार्ट सिटी में शहर में 519.40 करोड़ रुपए की 22 परियोजनाएं एवं 51.52 करोड़ रुपए की चार परियोजनाएं कन्वर्जेंस कार्य की प्रगति पर हैं। 87.36 करोड़ रुपये की दो परियोजनाओं में टेंडर प्रक्रिया की जा रही है। 60 करोड़ रुपये की दो अन्य परियोजनाएं अन्य विभाग के टेंडर कराए जा रहे हैं। सिगरा स्टेडियम में 22 करोड़ रुपए से फर्नीचर एवं खेल उपकरण व्यवस्था होगी। मच्छोदरी में स्मार्ट स्कूल का 14.21 करोड़ रुपये से निर्माण जो अगले 3 माह में तैयार हो जाएगा। गंगा के 84 घाटों पर एकरूपता से सूचना पट्ट लगाए जाने का निर्माण कार्य इसी वर्ष के अंत तक हो जाएगा।