बिजनौर के नूरपुर ब्लॉक में योजनाओं पर पलीता
सतेंद्र सिंह/ बिजनौर
कोविड-19 के मद्देनजर ज़िले में प्रवासी मज़दूरों को रोजगार मुहैया कराने के उद्देश्य से सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा योजना के तहत विभिन्न योजनाए संचालित की हैं। लेकिन बिजनौर में सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना को कुछ लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों की वजह से पलीता लग रहा है जबकि ज़िले के उच्च अधिकारी इस योजना को कामयाब बनाने के लिए दिन रात एक किये हुए हैं।
दरअसल बिजनौर के नूरपुर ब्लॉक में ग्रामीण इलाकों में कई जगहों पर मनरेगा योजना के तहत हुए विकास कार्य के सीआईबी बोर्ड तो दिखाई दिए हैं लेकिन उन पर ये कही लिखा हुआ नही पाया गया कि ये बोर्ड किस कार्य से सम्बंधित है। इस बाबत जब ब्लॉक के विकास खंड अधिकारी से पूछा गया तो उन्होने ख़ुद इस बात को स्वीकार किया कि ये लापरवाही तो है लेकिन विकास कार्यों में कही भी घपलेबाजी नही है। उधर ज़िला मुख्य विकास अधिकारी ने इसको घोर लापरवाही बताते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए कहा कि पूरे जिले के सभी 11 ब्लॉकों में सीआईबी बोर्डो पर विकास कार्यों का विवरण कराया जाय और साथ साथ इस प्रकरण की भी जांच हो कि ये जानबूझकर लापरवाही हुई या ग़लती से ऐसा हुआ है। उन्होंने कहा कि दोष सिद्ध होने पर अधिकारी हो या कर्मचारी किसी के खिलाफ भी कार्यवाही की जा सकती है।