नलकूप के नाली पर पीडब्लूडी विभाग ने किया अतिक्रमण, सड़क निर्माण में धांधली की सूचना मिलते ही जांच करने पहुंचे सीडीओ, जमकर लगाई फटकार

मानक के अनुरूप नहीं मिला कार्य, अधिकारियों को लगी फटकार 




जनसंदेश न्यूज 
कठवामोड/गाजीपुऱ। पीडब्ल्यूडी विभाग में निर्माण कार्यो में फर्जीवाड़ा रूकने का नाम नहीं ले रहा है। विभागीय अधिकारी कार्य योजनाओ में फर्जीवाड़ा कर जमकर  भ्रष्टाचार करने में लगे हुए है। व्यापार विकास निधि के अंतर्गत निर्माण कार्यो में काफी धांधली किए जाने का मामला सामने आने लगा है। गुरूवार को सीडीओ श्रीप्रकाश गुप्ता ने दल बल के साथ सड़क निर्माण की जांच किए। 


पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा व्यापार विकास निधि के तहत कराए गए कार्यो की शिकायत के बाद  जांच करने पहुंचे सीडीओ ने सड़क की गुणवत्ता के साथ ही कार्ययोजना के बारे में भी जानकारी लिए। सीडीओ श्रीप्रकाश गुप्ता के निरीक्षण में सड़क की चौड़ाई मानक के अनुरूप नहीं मिली। विभागीय अधिकारियों  को फटकार लगाते हुए कहा कि नलकूप के नाली पर सड़क निर्माण किस आदेश के तहत कराए गए। इसके साथ ही 2017 की भुगतान धनराशि का अब तक क्यों नहीं कार्य हुआ था। निरीक्षण में व्यापार विकास निधि के तहत कार्ययोजना में दिखाए गए यूसुफपुर -कासिमाबाद पावर हाउस से कमालपुर संपर्क मार्ग में कमालपुर को जोड़ने वाली 400 मीटर संपर्क मार्ग न बनाकर किसी दूसरे जगह सड़क निर्माण कराए जाने में धांधली की बात सामने आई। 


गौरतलब है कि, लोक निर्माण विभाग खण्ड 3 के अन्तर्गत कठवामोड़-नोनहरा मार्ग से भागलपुर सम्पर्क मार्ग धरातल नही होने के बावजूद बिना सड़क निर्माण कराए विभाग द्वारा कागजो में भुगतान करने की शिकायत पूर्व जिला पंचायत सदस्य अनुराग सिंह ने डीएम सहित संबंधित विभाग में किया था। इस मामले को जनसंदेश टाइम्स ने प्रमुखता से उठाते हुए प्रकाशित किया था। जिसके बाद विभागीय अधिकारी आनन फानन में बिना कार्ययोजना के ही कार्य कराना शुरू करा दिए।


पीडब्ल्यूडी विभाग भागलपुर चकताहा गांव के सम्पर्क मार्ग पर 15 से 20 दिन पूर्व कार्य करा रहे थे। इस मामले को भी जनसंदेश टाइम्स ने उठाते हुए खबर प्रकाशित किया कि जिस सड़क पर कार्य चल रहा है यह विभाग के कार्य योजना में नहीं है।  इसके बाद पुनः विभाग बीते शुक्रवार से कठवामोड़ नोनहरा मार्ग से भागलपुर के किसानों की सिंचाई के लिए बने नलकूप खण्ड 2 के ट्यूबवेल नंबर 2 वाई जी के नाली को पाटकर सड़क निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। ग्रामीण भी सड़क निर्माण कार्य को लेकर आश्चर्य में पड़ने के साथ परेशान हो गए है। क्योंकि इनको नाली पट जाने से खेती के कार्य में परेशानी हो सकती है। 


ट्यूबवेल के नाली पर नहीं होगा अतिक्रमण: अधिशासी अभियंता
अधिशासी अभियंता नलकूप खण्ड दिलीप कुमार सोनकर ने कहा कि ट्यूबवेल के नाली के दोनों तरफ सात- सात फिट कोई सड़क निर्माण कार्य नहीं कराया जा सकता है। कोई  विभाग उस पर अतिक्रमण नही कर सकता। दिलीप कुमार ने इस संबंध में पीडब्ल्यूडी विभाग को पत्र जारी कर निर्माण कार्य तत्काल रोकने को कहा है। वहीं, इस संदर्भ में पीडब्ल्यूडी अधिशासी अभियंता जितेन्द्र कुमार ने बताया कि मेरे जानकारी में ऐसा कुछ नही है ।


टयूबवेल आपरेटर ने रोका था निर्माण कार्य   
-टयूबवेल आपरेटर अन्तु गुप्ता ने बताया कि जब इस नाली पर मिट्टी का कार्य हो रहा था तो मैंने रोकने का प्रयास किया। लेकिन जेसीबी मशीन लगा कर मिट्टी डाल दिया गया। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दे दिया था। आपरेटर ने बताया कि सरकारी नियमानुसार किसी भी नलकूप के नाली पर कोई सड़क नही बनाया जा सकता । 


पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने भ्रष्टाचार का लगाया आरोप 
पूर्व जिला पंचायत सदस्य अनुराग सिंह ने जिलाधिकारी ओम प्रकाश आर्य सहित शासन को पत्र लिख कर लोक निर्माण विभाग से कार्य में हो रहे भ्रष्टाचार की जांच करने की मांग किया था। शिकायत के बाद से ही लोक निर्माण विभाग जल्दबाजी में कही भी सड़क बना कर अपनी घोर लापरवाही भ्रष्टाचार को छिपाने की कोशिश शुरू कर दिया। लेकिन जल्दबाजी में लगातार विभाग गलतियां करते जा रहा है। 


 


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