132 केवीए पावर हाउस से 63 मेगा वाट का ट्रांसफार्मर जला, 150 गांवों की विद्युत व्यवस्था चरमराई
जनसंदेश न्यूज़
हनुमानगंज/प्रयागराज। स्थानीय 132 केवीए का पावर हाउस से बुधवार को 63 मेगा वॉट ट्रांसफार्मर जल गया। जिसके बाद गंगापार के लगभग 150 कई गांव की विद्युत व्यवस्था चरमरा गई है।
बता दें कि उक्त पावर हाउस में 63 मेगा वाट के दो ट्रांसफॉर्मर लगाए गए हैं जिसमें एक ट्रांसफार्मर पिछले 4 दिनों से जल गया है। जिसको लेकर कुल 11 फीडरों के अंतर्गत आने वाले करीब 150 गांव प्रभावित हुए हैं। जहां बिजली की व्यवस्था पूरी तरह से चरमारा गयी है।
ग्रामीण क्षेत्रों के उपकेन्द्र से होने वाली विद्युत आपूर्ति में भारी कटौती की जा रही है। जहां ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली लोगों को मिलती थी। वहीं अब इन दिनों दिन रात मिलाकर के मुश्किल से मात्र 10 घंटे बिजली मिल पा रही है, जिससे इस उमस भरी गर्मी में लोगों का जीना हराम हो गया है।
वहीं किसानों कि धान के फसलों की सिंचाई नहीं हो पा रही है। दिन में हर एक आधे घंटे में बिजिली ट्रिप कर जाती है। उक्त 63 मेगावाट के ट्रांसफार्मर जलने से क्षेत्र के कोटवां, मलावां, हेतापट्टी, उमरी, बलरामपुर, हनुमानगंज, छिबैयाँ, आवास विकास झूँसी सहित कुल 11 फीडर प्रभावित हुए हैं। जहां इन दिनों कोटवां डिसटीब्यूशन जेई रमाशंकर के मुताबिक समस्या आने से बिजली की आपूर्ति रोस्टर के अनुसार की जा रही है।
ट्रांसमिशन विभाग के एसडीओ एसके गुप्ता झूँसी डिवीजन के मुताबिक जहां 63 मेगा वाट के दो ट्रांसफॉर्मर से आपूर्ति की जाती थी, वहीं अब एक से ही इन दिनों हर फीडरों पर विद्युत आपूर्ति की जा रही है। जहां बिजली की कटौती सुबह की जाती थी। वही अब पीक आवर्स लोड बढ़ जाने से यह कटौती अब शाम को की जा रही है, लेकिन फिर भी हम पूरा प्रयास कर रहे हैं और रोस्टर के अनुसार यहां से 18 घंटे उपकेंद्रों को बिजली आपूर्ति बहाल की जा रही है।
कुछ डिस्ट्रीब्यूशन की कमी से कुछ फीडरों पर बिजली की कटौती अधिक हो रही है। जिससे लोगों को समस्या हो रही है। उक्त 63 मेगा वाट का ट्रांसफार्मर उत्तराखंड के सितारगंज लाया जा रहा है, जो लखनऊ तक गाड़ी पहुंच गई है। संभवतः गुरुवार तक आ जाएगा। जिसके बाद उसको 2 दिन लगाने में लग जाएगा। उसके बाद विद्युत समस्या दूर हो जाएगी।