एसटीएफ के हत्थे चढ़ा जालसाज, गैंग बनाकर करते थे लूटने का काम,नौकरी दिलाने के नाम पर लिया था 20 लाख
-वाराणसी के होटल में पार्टी से करता था मीटिंग और बना लेता था बंधक
-तुषार वी. पटेल को बंधकर बनाकर परिजनों से 20 लाख रुपये वसूले थे
-वाराणसी के कैंट में तीनों के खिलाफ है मुकदमा दर्ज
रवि प्रकाश सिंह
वाराणसी। विदेशों में नौकरी दिलाने के नाम पर बंधक बनाकर वसूली करने वाले गैंग के सक्रिय सदस्या को यूपी एसटीएफ वाराणसी यूनिट की टीम ने बंगाल से गिरफ्तार किया। पकड़ा गया आरोपी पवन गांधी कोलकाता का रहने वाला है और जालसाजी के लिए गैंग बनाकर लोगों को निशाना बनाता था। इस मामले पर एसटीएफ ने गैंग के सरगना राजवीर यादव और कपिल उर्फ भाष्क र को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पवन गांधी को एसटीएफ ने परगना बरासत बंगाल न्यायालय में प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमांड पर ले लिया है। राजवीर, कपिल और पवन पर 20-20 हजार का इनाम घोषित था। बाद में कपिल पर इनाम की राशी बढ़ाकर 50 हजार कर दी गई। आरोपी के पास से सात मोबाइल,बैंक चेकबुक बरामद हुआ
पूर्वांचल के गिरोह द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से विदेशों में, खासकर अमेरिका एवं कनाड़ा में नौकरी दिलाने के नाम पर गोरखधंधा किए जाने की सूचनाएं एसटीएफ को मिल रही थी। जांच में पता चला कि नौकरी के लालच में संपर्क में आने वालों को यह गैंग बंधक बनाकर अवैध वसूली करता है। ऐसा ही मामला नवम्बर 2019 में वाराणसी में सामने आया था। इसमें गुजरात के तुषार वी. पटेल को बंधकर बनाकर परिजनों से 20 लाख रुपये वसूले गए थे। उस समय गैंग के कुछ सदस्य पकड़े गए थे। पवन फरार हो गया था।
एसटीएफ के अनिल कुमार सिंह की माने तो ने सरगना राजवीर यादव व उसके साथी कपिल उर्फ भास्कर के बाद पवन गांधी की तलाश तेज कर दी गई थी। सोशल साइट पर पवन गांधी और मुंबई का राहुल मेहरा फर्जी विज्ञापन का काम देखते थे और पार्टी को डील करते थे। नौकरी दिलाने के लिए संपर्क करने वालों को वाराणसी बुलाकर राजवीर सिंह, कपिल और पवन गांधी बंधक बनाकर परिवारवालों से हवाला के माध्यम से वसूली करते रहे हैं।