बनारस में अब 50 हजार पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान मुफ्त, 500 गांवों का हुआ चयन
- एनएआईपी फेज-2 के अंतर्गत 500 गांवों का किया गया चयन
- प्रदेशव्यापी मुहिम के तहत बड़ागांव पशु अस्पताल में कार्यक्रम
जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। पशुपालन विभाग की ओर से संचालित गोकुल मिशन के तहत कृत्रिम गर्भाधान का दूसरे चरण यानी एनएआईपी फेज-2 की शुरुआत शनिवार को हुई। संपूर्ण उत्तर प्रदेश में यह अभियान आरंभ किया गया। मुहिम के तहत वाराणसी जनपद के 500 गांवों को शामिल किया गया है। उनमें 40 ऐसे गांव भी हैं जहां प्रथम चरण का अभियान चल चुका है।
अभियान के दूसरे चरण के शुभारंभ पर बड़ागांव पशु चिकित्सालय में प्रभारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. शिव सिंह, ने जिला स्तरीय एनएआईपी फेज-2 का श्रीगणेश किया। पशु चिकित्साधिकारी डॉ. सतीश चंद्र तिवारी और डॉ. अजय प्रताप सिंह एक-एक कृत्रिम गर्भाधान कराया। योजना के अंतर्गत चयनित गांवों के 50 हजार पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान कराने का लक्ष्य है। इन गांवों की सभी गाय और भैंसों में निरूशुल्क कृत्रिम गर्भाधान कराया जाएगा।
प्रभारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. शिव सिंह ने बताया कि पूर्व में बीते 31 मई तक चल चुके मुहिम के पहले चरण में जिले के 300 गांवों में 18 हजार 487 पशुओं का कृत्रिम गभार्धान कराया गया था। जनपद में 760 ग्राम पंचायतें होने के कारण एनआईपी फेज-1 के चयनित गांवों में से अधिक पशु संख्या वाले 40 गांवों को दोबारा दूसरे चरण के अभियान में सम्मिलित किया गया है। ताकि टार्गेट पूर्ण करना संभव हो।