अब बीएचयू में भी प्लाज्मा थेरेपी से होगा कोविड-19 के गंभीर मरीजों का इलाज, डाक्टर्स से डोनर्स से की अपील

कोरोना से ठीक हुए मरीजों से प्लाज्मा डोनेट करने की अपील

जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के बीच एक अच्छी खबर आई। कोविड-19 से गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों का अब बीएचयू में प्लाज्मा थेरेपी से इलाज संभव हो सकेगा। बीएचयू ब्लड बैंक कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए, जिन्हें प्लाज्मा थेरेपी की आवश्यकता है, उन्हें प्लाज्मा उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है। शुक्रवार को चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू, ने कोविड-19 से स्वस्थ हुए लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना से स्वस्थ हुए मरीज अपना प्लाज्मा डोनेट करने के लिए आगे आये। 
चिकित्सा विज्ञान संस्थान के चिकित्सक ने बताया कि संस्थान के ब्लड बैंक में उपलब्ध तीन अफेरेसिस मशीन पूर्ण रूप से क्रियाशील है। जिनके द्वारा कोविड 19 से स्वस्थ हुए मरीजों का प्लाज्मा लिया जा सकता है। कोविड आईसीयू में भर्ती एक मरीज को पहले ही प्लाज्मा थेरेपी दी जा चुकी थी। 
बीते 13 जुलाई की देर शाम को डोनर स्क्रीनिंग के लिए कोविड से ठीक हुए दो डोनर के रक्त का नमूना लिया गया था, लेकिन एंटीबॉडी की मात्रा पर्याप्त नहीं होने के कारण दोनों डोनर प्लाज्मा डोनेशन के लिए उपयुक्त नहीं पाए गए। इनमें से एक चिकित्सा विज्ञान संस्थान के जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर हैं तथा दूसरे वाराणसी के नागरिक हैं। 
चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक, प्रो. आर. के. जैन, सर सुन्दरलाल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक, प्रो. एस. के. माथुर एवं प्रो. जया चक्रवर्ती, नोडल अधिकारी, कोविड, तथा अन्य शीर्ष अधिकारी निरन्तर स्थिति पर गहन निगरानी बनाए हुए हैं। चिकित्सा विज्ञान संस्थान, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, ने कोविड-19 से ठीक हुए उन सभी लोगों से अपील की है कि वे आरटी-पीसीआर रिपोर्ट के नेगेटिव आने के 14 दिन बाद प्लाज्मा डोनेशन के लिए आगे आएं।


Popular posts from this blog

'चिंटू जिया' पर लहालोट हुए पूर्वांचल के किसान

लाइनमैन की खुबसूरत बीबी को भगा ले गया जेई, शिकायत के बाद से ही आ रहे है धमकी भरे फोन

नलकूप के नाली पर पीडब्लूडी विभाग ने किया अतिक्रमण, सड़क निर्माण में धांधली की सूचना मिलते ही जांच करने पहुंचे सीडीओ, जमकर लगाई फटकार