संभावित बाढ़ से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 6 टीमें तैयार, डीआईजी एनडीआरएफ ने दिये आवश्यक निर्देश
कोरोना से बचाव के साथ करना है मानवता की सेवा-आलोक कुमार सिंह, डीआईजी 11वीं एनडीआरएफ
जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। एन.डी.आर.एफ़ ने आने वाली बाढ़ के लिए अपनी सम्पूर्ण तैयारियां कर ली हैं। कोरोना माहमारी के चलते इस वर्ष का बाढ़ राहत बचाव कार्य के लिए टीमों को विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया गया है। इसी को देखते हुए शुक्रवार को डीआईजी 11वीं एनडीआरएफ आलोक कुमार सिंह ने वाहिनी मुख्यालय में एक विशेष आपदा सैनिक सम्मलेन का आयोजित किया।
इस सैनिक सम्मलेन में उन्होंने उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जिलों में तैनात होने वाली टीमों के रेस्कुएर्स को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आम जनता को कोविड-19 के प्रकोप को कम करने के उपायों के बारे निर्देशित किया। उन्होंने सभी रेस्कुएर्स को बताया कि कोरोना महामारी आने वाली बाढ़ में हमारे लिए एक चुनौती लेकर आया है, अतः हमें बाढ़-राहत बचाव कार्यों में इस माहमारी का किसी भी प्रकार का प्रभाव नहीं पड़ने देना है और इस बीमारी के बचाव उपायों के साथ हम निश्चित रूप से बेहतर बाढ़-आपदा प्रबंधन कर सकते है।
ज्ञातव्य हो कि संभावित बाढ़ की स्थिति को देखते हुए 11 एन.डी.आर.एफ़ की 6 टीमें वाराणसी, लखनऊ, गोरखपुर, बहराइच, महाराजगंज और सिद्धार्थनगर जिलों में तैनात की गयीं हैं। जब कि अन्य 2 टीमें भोपाल मध्य प्रदेश में तैनात हैं। इसके अतिरिक्त वाराणसी के लिए 10 टीमों को वाहिनी मुख्यालय वाराणसी में रिज़र्व के तौर पर रखा गया है। सभी संवेदनशील जिलों के जिलाधिकारियों के साथ बाढ़ आपदा प्रबंधन हेतु समन्वय स्थापित कर लिया गया है और आवश्यकता पड़ने पर टीमों को तत्काल भेजा जायेगा। कोरोना महामारी को देखते हुए सभी टीमों के रेस्कुएर्स एवं कमांडर्स को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, जिसमें वे स्वयं के बचाव के साथ-साथ बाढ़ प्रभावित लोगों को भी बचाने में भी सक्षम हैं।
आपको बता दें कि कोरोना महामारी में एन.डी.आर.एफ़ वाराणसी की विभिन्न टीमों ने जिला प्रशासन के साथ उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के जिलों में कोरोना माहामारी प्रबंधन, सेनिटायजेशन, जागरूकता अभियान, पुलिस, होम गार्ड, पी.ए.सी, एअरपोर्ट, लैंडपोर्ट, हॉस्पिटल स्टाफ को प्रशिक्षित किया, अनाथालयों, वृद्धाश्रमों तथा मंदिरों व मठों में कोरोना जागरूकता अभियान चलाया भी चलाये।