पुलिसिया करतूत की खबर क्या छपी, थाना प्रभारी ने पत्रकार के खिलाफ ही डलवा दी तहरीर, कर दिया चालान
पत्रकारों में रोष, पुलिस अधीक्षक से कार्रवाई की हुई मांग
जनसंदेश न्यूज़
केराकत/जौनपुर। स्थानीय कोतवाली पुलिस की करतूत प्रकाशित करना एक पत्रकार के लिए कष्टदायी बन गया। खबर से तमतमाये कोतवाली प्रभारी विनोद सिंह ने बुधवार को फर्जी आरोप में एक दैनिक समाचार पत्र के तहसील संवाददाता व रामसरन यादव का सीआरपीसी की धारा 151 में चालान कर दिया। घटना से तहसील क्षेत्र के पत्रकारों में रोष व्याप्त है। और पत्रकारों ने पुलिस अधीक्षक से कार्रवाई की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले हफ्ते कोतवाली थाना क्षेत्र के धधियां गांव के एक वृद्ध व्यक्ति को कोतवाली पुलिस ने मनमाने ढंग से हिरासत में लेकर लॉकअप में डाल दिया था और उससे उसके बेटे को बुलवाकर जेल भेजने के लिए दबाव बनाने लगे। थाना प्रभारी ने बुजुर्ग व्यक्ति को धमकी दिया कि वह यदि बेटे को नहीं बुलायेगा तो उसका गांजा के साथ चालान कर देंगे।
पीड़ित बुजुर्ग ने यह बात समाचार संकलन करने गए रामसरन को बताई। जिसको देखते हुए पत्रकार रामसरन यादव सहित अन्य पत्रकारों ने अपने-अपने अखबार और न्यूज पोर्टल पर भेज दिया। खबर छपी तो कप्तान ने थाना प्रभारी की क्लास लगा दी। यह बात वायरल हुई और थाना प्रभारी खार खा गए। पुलिस द्वारा अपने करतूतों को छिपाते हुए ऐसे ही कार्यवाही कर पत्रकारिता के आजादी को छिनने का प्रयास किया जा रहा है।
पत्रकारों ने कहा कि अगर पुलिस अधीक्षक के यहां से न्याय नही मिला तो मामला आगे तक जायेगा। शिकायत है कि थाना प्रभारी ने फर्जी ढंग से पत्रकार रामसरन यादव के खिलाफ तहरीर लेकर हिरासत में ले लिया और जलील किया। कई घण्टे थाने में बैठाने के बाद थाना प्रभारी ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा-151 में चालान भेज दिया। घटना से तहसील के पत्रकारों में रोष है।