करोड़ों के स्कॉलरशिप घोटाले को लेकर सख्त हुए सीडीओ, कालेजों को नोटिस, गठित हुई जांच टीम
जनसंदेश न्यूज
गाजीपुर। जिले में नेशनल स्कॉलरशिप स्कीम के तहत अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में छात्रवृत्ति के घोटालों को लेकर जांच शुरू हो गई है। भारत सरकार द्वारा नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल के माध्यम से अल्पसंख्यक विभाग द्वारा छात्र-छात्राओं के फर्जी आवेदन के तहत करोड़ों रुपए के गबन में सीडीओ ने जांच कमेटी बनाने का आदेश दे दिया है। फिलहाल इस घोटाले में 20 संस्थानों पर फर्जीवाड़ा कर छात्रवृत्ति का पैसा हजम करने का मामला सामने आया है। लेकिन जांच में यह संख्या बढ़ सकती है।
जानकारी के मुताबिक, इन संस्थानों ने छात्रों के फर्जी रजिस्ट्रेशन दिखाकर सरकारी पैसे हजम कर गए। विभागीय सूत्रों की मानें तो मौजूदा सत्र में भी इस योजना के तहत लाखों रुपए का घोटाला किया गया है। लेकिन अभी कालेजों की सूची पोर्टल पर नहीं आई है। सूत्रों का दावा है कि इन संस्थानों में नेफ्ट के माध्यम से 20 अगस्त 2019 को नेशनल स्काॅलरशिप की राशि मिली है। इस स्कीम में विकलांग से लगायत कई महत्वपूर्ण योजनाए है। संदेह है कि, शिक्षा माफियाओं ने ऐसे सभी योजनाओं में फर्जीवाड़ा किया है। जिसकी गहनता से जांच के बाद बड़ा घोटाला पकड़ा जा सकता है।
दरअसल, नेशनल स्कालरशिप स्कीम में फर्जीवाड़े का यह खेल पिछले कई सालों से खेला जा रहा था। यह फजीर्वाड़ा कितना बड़ा है और कितने लोग इस खेल में शामिल हैं, इसका पता जांच के बाद ही तय हो पाएगा। कितनी रकम का यह घोटाला है, उसके लिए भी थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। कालेज संचालकों द्वारा फर्जी छात्रों के खातें खोलकर लाखों रूपए उतारा गया है।
शिक्षा माफियाओं द्वारा दूसरे स्कूलों में छात्रों का नाम दिखाकर गलत तरीके से पैसा भी उतारा गया है। इस फर्जीवाड़े में ग्रामीण बैंक से लगायत बैंक फ्रैचाइजी की भी भूमिका संदिग्ध है। संबंधित विभाग के अधिकारियों का मानना है कि जांच में फर्जीवाड़े के कई और मामले सामने आएंगे। फिलहाल, 20 संस्थानों को इस मामले में नोटिस भेजी जा रही है। वहीं, सीडीओ श्रीप्रकाश गुप्ता ने नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल के माध्यम से किए छात्रवृति घोटाले को लेकर जांच टीम गठित कर दिया है।