एनकाउंटर के बाद विकास दुबे की हुई कोरोना जांच, यह आई रिपोर्ट, पुलिस कर्मियों ने बांटी मिठाई
जनसंदेश न्यूज़
लखनऊ। यूपी के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्याकांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे को यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसे लेकर यूपी लौट रही थी। इसी बीच गाड़ी पलट गयी। जिससे वह भागने लगा। जिसपर पुलिस ने मार गिराया। इस मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी भी घायल हो गये। हालांकि तीनों की हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है। घटना के बाद उसके मृत शरीर की कोरोना जांच हुई, जिसके बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
कानपुर के बिकरू गांव में सीओ सहित आठ पुलिस वालों की हत्या करने के पांच दिनों बाद मोस्ट वांटेड पांच लाख के इनामी विकास दुबे को गुरूवार को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार करने के बाद यूपी पुलिस गुरूवार की देर रात उसे मध्यप्रदेश पुलिस से लेकर यूपी के लिए रवाना हुई। इसी बीच एसटीएफ की गाड़ी पलट गई। जिसके बाद मौका देख विकास पुलिस की हथियार छिनकर भागने लगा। जहां पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए उसे ढेर कर दिया।
इधर विकास की मौत के बाद यूपी पुलिस उसके पूरे गैंग का सफाया करने में जुटी हुई है। शुक्रवार को चौबे थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में विकास दुबे के साथी दयाशंकर अग्निहोत्री जिसकी सरकारी राशन की दुकान है, उसके पास से 7 देसी बम बरामद किए गए हैं। पुलिस अभियुक्त के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।
विकास की मौत के बाद पुलिस कर्मियों में हर्ष है। पुलिसकर्मी इसे शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रध्दाजंलि के तौर पर ले रहे है। बीते दिनों शहीद हुए आठ पुलिसकर्मियों में मंधरा चौकी इंचार्ज अनूप कुमार सिंह भी शामिल थे। शुक्रवार को विकास के एनकाउंटर की सूचना लगते ही मंधना चौकी में पुलिस ने लोगों को मिठाई बांटी।
एनकाउंटर के बाद विकास दुबे के शव की कोरोना जांच कराई गई। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। डिप्टी सीएमओ समेत तीन डॉक्टरों के पैनल और वीडियोग्राफी से कराया जाएगा पोस्टमार्टम। पोस्टमार्टम से पूर्व शरीर में फंसी गोलियों का पता लगाने के लिए शव को एक्स-रे के लिए भेजा जाएगा।