सपा का ऐलान, रामसुंदर मौत प्रकरण में नहीं दर्ज हुआ मुकदमा तो करेंगे आंदोलन
पुलिस की कार्रवाई पर उठाए सवाल
मृतक के परिजनों की नही हुई सुनवाई
तोड़फोड़ में पुलिस ने दिखाई कार्रवाई में तेजी
जनसंदेश न्यूज
दुध्दी/सोनभद्र। विंढमगंज थाना क्षेत्र के पकरी गांव के कनहर नदी के समीप रहने वाले आदिवासी किसान की संदिग्ध मौत प्रकरण में सपा नेता ने मजिस्ट्रेटी जांच की मांग उठाई है। कहा कि अगर इस प्रकरण में अगर जिला प्रसाशन द्वारा मजिस्ट्रेटी जांच गठित नहीं कि जाती है तो सपा वृहद आंदोलन करेगी।
सपा नेता जुबेर आलम ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाया है। आरोप लगाया कि आदिवासी किसान रामसुंदर का शव जब कनहर नदी से 23 मई की शाम बरामद हुआ तो परिजनों को डेड बाडी ले जाने के लिए क्यों दबाव बनाया गया, क्यों कहा गया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई होगी। जबकि ग्रामीण मामले की जांच चाहते थे, पुलिस ने इस मामले में कोई मामला दर्ज नहीं किया।
जबकि परिजनों का आरोप था कि रामसुंदर की मौत प्राकृतिक नहीं बल्कि हत्या थी। जब पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रामसुंदर की मौत नदी में डूबने से बताया गया तभी ग्रामीणों का गुस्सा फूटा जो उस वक्त की दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। बालू साइट पर हंगामा हुआ जो जानकर नहीं सिर्फ आक्रोश था, अगर पुलिस मामले में मुकदमा दर्ज की होती तो शायद यह घटना ही नहीं घटती। उन्होंने पकरी ग्राम प्रधान मंजय यादव सहित अन्य निर्दाेश ग्रामीणों के खिलाफ कई धाराओं में दर्ज मुकदमा की भर्त्सना की।
इससे पूर्व सपा नेता जुबेर आलम ने आज पकरी गांव में मृतक के परिजनों से मुलाकात कर उनका दर्द साझा किया और मामले की जानकारी ली। पीड़ित परिवार को ढांढस देते हुए कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए वे और उनकी पार्टी सड़क से लखनऊ तक आवाज उठाएगी।