सात भाषाओं में गाती हैं ‘हप्पू की उलटन-पलटन’ कामना पाठक, पिता से ली मदद
जनसंदेश न्यूज़
इंदौर। कामना पाठक, जो कि एण्ड टीवी के ‘हप्पू की उलटन-पलटन’ में राजेश का किरदार निभा रही हैं, को उनके बिंदास एटीट्यूूड और डायलॉग डिलीवरी के लिये जाना जाता है। हमारी अपनी दबंग दुल्हनिया शो में बिना किसी परेशानी के बुंदेलखंडी डायलॉग्स धड़ाधड़ बोल लेती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मध्य प्रदेश की यह खूबसूरत बाला सात अलग-अलग भाषाओं में गाना गा सकती हैं? जी हां, आपने बिल्कुल सही सुना है, कामना अवधी, बुंदेलखंडी, बिहारी, भोजपुरी, संथाली, हरियाणवी और पंजाबी में गा सकती हैं।
कामना को गाने का शौक है और इसमें भाषा उनके लिये दीवार खड़़ी नहीं करती है। उन्होंने हप्पू की उलटन पलटन में अपने बुंदेलखंडी टैंक्स से बार-बार यह साबित किया है। शुरूआत में भाषा पर अच्छी पकड़ पाने के लिये उन्होंने अपने पिता की मदद ली। उनके पिता एक बेहतरीन सिंगर हैं और उन्हें कई भाषाओं में लोकगीत आते हैं।
इस बारे में अपने विचार बताते हुये, कामना ने कहा कि मैं बहुत खुशनसीब हूं कि मुझे ऐसे माता-पिता मिले, जिन्हें गायकी का शौक है। मैंने जब हप्पू की उलटन पलटन के लिये काम शुरू किया, तो उनका मेरे आस-पास होना मेरे लिये वरदान साबित हुआ। शुरूआत के दिन थोडे़ मुश्किल थे, क्योंकि मेरे लिये भाषा नई थी और मुझे इसमें गाना था, लेकिन धीरे-धीरे मुझे इसमें महारत हासिल हो गई। मुझे अभी भी याद है कि मेरे पहले टेक के पहले मेरे पापा ने रिहर्सल में कैसे मेरी मदद की थी। धीरे-धीरे मुझे देश भर के प्रशंसकों से तारीफ मिलने लगी और फिर यह तय हो गया कि एक हफ्ते में दो एपिसोड्स ऐसे होंगे, जिसमें राजेश किचन में या अपने पति के लिये गाना गायेगी। कामना का मानना है कि राजेश के किरदार ने उन्हें कई बातें सिखाई हैं, जिससे एक व्यक्ति के रूप में उनका विकास हुआ है। जैसे कि कामना सात भाषाओं में बिंदास बात कर सकती हैं और उन भाषाओं में गाना भी गा सकती हैं, जिस पर उन्हें गर्व है। उनकी बहु-भाषी प्रतिभा के कारण उन्हें शो के सेटपर डिक्शनरी कहकर भी बुलाया जाता है और यदि किसी को उपरोक्त भाषाओं में कोई संदेह होता है, तो वह कामना के पास जाते हैं। कामना अपने सोशल मीडिया पर सुरीले लोक गीत पोस्ट करके अपने फैंस से जुड़ी भी रहती हैं। वह अपने प्रशंसकों से उनके सुझाव भी मांगती हैं।