रिश्ते का कत्ल: चाचा ने भूमि विवाद में भतीजे की धारदार हथियार से वार कर की हत्या, गिरफ्तार
चार दिन पूर्व हुई युवक की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा
जनसंदेश न्यूज
बीजपुर/सोनभद्र। स्थानीय थाना क्षेत्र के महरिकला के टोला कैमहाडाड़ में बुधवार को धारदार हथियार से गला रेतकर हुए गीता प्रसाद विश्वकर्मा 30 पुत्र सुखलाल विश्वकर्मा की हत्या का खुलासा रविवार को पुलिस ने कर दिया। भूमि विवाद में सगे चाचा ने भतीजे को मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस ने रविवार की सुबह आरोपी को गिरफ्तार कर आवश्यक कार्रवाई के बाद उसका चालान कर दिया।
बताया गया कि गीता बुधवार की शाम अपने घर से आधार कार्ड और पासबुक का फोटो स्टेट कराने गया था। देर रात तक वापस न आने पर परिजनों ने खोजबीन शुरू की। लेकिन रात में पता न चलने के कारण लोग गुरुवार की सुबह फिर खोजने निकले थे कि घर से लगभग 800 मीटर दूर गाय बैल बांधने के लिए बने अंजनी सिंह के एक खाली मकान जिसमें एक विक्षिप्त महिला रहती है। वहीं पर किसी की नजर गयी तो लोगों में हड़कंप मच गया। मौके पर घर के अंदर जमीन पर पड़ी लाश गांव के गीता प्रसाद की पहचान की गई, जिसके गर्दन पर धारदार हथियार से वारकर मौत के घाट उतार दिया गया था।
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद मृतक के भाई नेवल प्रसाद विश्वकर्मा की तहरीर पर उसके चाचा हरिप्रसाद पुत्र रामबदन की खोजबीन शुरू कर दिया था। रविवार की सुबह पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी हरि प्रसाद कही भागने की फिराक में है। तत्काल प्रभारी निरीक्षक बीजपुर ने अपनी टीम लेकर मौके पर पहुंचकर उसे पकड़ लिया। कड़ाई से पूछताछ में हरिप्रसाद ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
बताया गीता से मेरा जमीन का विवाद चल रहा था और पांच दिन पहले पंचायत में जमीन का बंटवारा हुआ था। 4 लट्ठा गीता की जमीन मेरे तरफ थी और उसे मुझे गीता को देना पड़ा था, जिसको लेकर मुझे नाराजगी थी। बुधवार सायं जब वह घर से निकला तो मै पीछे-पीछे हो लिया और रामधनी बियार के घर हम लोगों ने साथ में शराब पिया जब गीती अचेत हो गया तो उसकी गर्दन पर कुल्हाड़ी से वर कर मौके से फरार हो गया।
हरि प्रसाद के निशानदेही पर घटना स्थल से लगभग 50 मीटर दूर बांस के पेड़ के पास मृतक का आधार कार्ड, बैंक पासबुक, कुल्हाड़ी और 2940 रुपए नगद बरामद किया, कुछ नोटों पर खून के निशान भी लगे थे। आरोपी के कबूलनामा के आधार पर धारा 302, 201 मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक श्याम बहादुर यादव, उपनिरीक्षक चंद्रशेखर सिंह, शेषनाथ मिश्रा, आरक्षी समशेर सिंह बहादुर और बिपिन सिंह शामिल रहे।