फीस वृद्धि के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन, आंदोलनकारी छात्रों ने मांग न पूरी होने पर दी आमरण अनशन की चेतावनी


हरिश्चंद्र महाविद्यालय के छात्रों ने प्राचार्य को सौंपा ज्ञापन



जनसंदेश न्यूज 
वाराणसी। लॉकडाउन के पांचवें चरण में करीब दो माह से अधिक समय बाद आवश्यक कार्य के लिए खुले हरिश्चंद्र महाविद्यालय के छात्रों ने फीस वृद्धि के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन कर नाराजगी जतायी। 
कोरोना संकटकाल में लागू धारा-144 और दो गज की दूरी के नियमों को तोड़ कर छात्रों ने फीस वृद्धि के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। छात्रों ने महाविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए खुले काउंटरों को बंद करा दिया और विभिन्न मांगों से संबंधित पत्रक प्राचार्य ओमप्रकाश सिंह को सौंपा। पत्रक में छात्रों ने उल्लेख किया है कि वैश्चिक महामारी कोरोना के चलते मध्यमवर्गीय और गरीब परिवार के लोगों को जहां दो वक्त के खाने-पीने की चीजों को जुटाना मुश्किल हो गया है। ऐसे समय में नियमित छात्रों पर परीक्षा फीस लगाकर उसे जमा करवाने का फैसला अति निंदनीय है। लिहाजा, परीक्षा फीस को पूर्णतरू समाप्त कर पूर्व की भांति फार्म जमा कराके परीक्षा होनी चाहिए। इस दौरान छात्र नेताओं ने चेताया कि अगर बड़े फीस को महाविद्यालय प्रशासन ने नहीं घटाया तो दो दिन बाद यानी चार जून से महाविद्यालय परिसर में ही आमरण अनशन करने के लिए छात्र बाध्य होंगे। आमरण अनशन तब तक चलता रहेगा, जब तक फीस माफ नहीं होती। इस दौरान एक भी काउंटर खोलने नहीं दिया जाएगा। प्रदर्शन में छात्रसंघ अध्यक्ष नागेश्वर चौरसिया, शिवम श्रीवास्तव, अमन श्रीवास्तव, आशीष यादव, पवन यादव, राहुल कन्नौजिया, आकाश पाठक आदि शामिल रहे। 


 


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