नेक्स्ट जेनरेशन इंफ्रास्ट्रक्चर को ध्यान में रखर हों विकास कार्य, प्रधानमंत्री ने बनारस के जनप्रतिनिधियों-अधिकारियों के साथ की बैठक

- जिले के विकास कार्यों की हुई समीक्षा, भावी योजनाओं की तैयारी के दिये निर्देश


- सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने और प्रत्येक घर को एलईडी लाइट से लैस करने पर जोर


- कॉरिडोर कार्य में प्राप्त मंदिरों को कार्बन डेटिंग के जरिये प्रचारित करने पर दिया बल


- प्रवासी श्रमिकों को योग्यता के अनुसार संबंधित कार्यों में रोजगार मुहैया कराने के निर्देश



जनसंदेश न्यूज


वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक कर अपने संसदीय क्षेत्र में चल रही विभिन्न विकास परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने काशी विश्वनाथ धाम परियोजना की समीक्षा में निर्देश दिया कि ऐसे सभी पुराने मंदिर जो काशी विश्वनाथ मंदिर के विकास के दौरान अप्राप्त थे, उन्हें संरक्षित करें। उनकी ऐतिहासिक और स्थापत्य विरासत को बनाए रखने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जाए। कार्बन डेटिंग का उपयोग कर इन मंदिरों और उनके महत्व के बारे में पर्यटक और तीर्थयात्री को बताना चाहिए।


इस मौके पर पीएम कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट को इस परिसर में आने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए उचित पर्यटन गाइड के साथ रूट मैप तैयार करना चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि नेक्स्ट जेनरेशन इंफ्रास्ट्रक्चर को ध्यान में रखकर निर्माण के लिए गैर-नवीकरणीय ऊर्जा का अधिकतम उपयोग हो। वाराणसी के प्रत्येक घरों और स्ट्रीट लाइट में एलईडी बल्ब का उपयोग किया जाए।


मोदी ने कहा कि काशी में पर्यटन और यात्रा के फुटप्रिंट बढ़ाने के लिए क्रूज पर्यटन, लाइट एंड साउंड शो, खिड़किया घाट तथा दशाश्वमेध घाट का कायाकल्प, आॅडियो-वीडियो स्क्रीन के जरिये गंगा आरती का प्रदर्शन कार्य तेजी से कराएं। विश्व धरोहर के रूप में काशी की भूमिका को बढ़ावा देने और प्रचार करने के लिए सभी प्रयास होने चाहिए। उन्होंने अफसरों को जापान व थाईलैंड आदि देशों के सप्ताहभर के त्यौहारों को आयोजित करने का निर्देश दिया, जहां बौद्ध धर्म को उनकी कला और संस्कृति के विरासत मनाए जाते हैं।


पीएम ने स्थानीय नागरिकों के सहयोग से एक ऐसा ‘गौरव पथ’ मॉडल रोड के तौर पर चिह्नित करने को कहा जिसमें काशी की विरासत को प्रतिबिंबित किया जा सके। उन्होंने निर्देश दिया कि पर्यटन स्थल के रूप में काशी को स्वच्छता के सभी मापदंडों में श्रेष्ठतम बनाएं। ओडीएफ प्लस के वांछित स्तर को प्राप्त करने के लिए सभी प्रयास हों। व्यापक सफाई के लिए तकनीक का प्रयोग करें। प्रत्येक घर से कचरा एकत्र करना सुनिश्चित होना चाहिए। व्यापक सफाई से वातावरण सकारात्मक होगा। लोगों की सेहत के लिए भी यह जरूरी है।


उन्होंने निर्देश दिया किया काशी को वाराणसी-हल्दिया को जोड़ने वाले राष्ट्रीय जलमार्ग का एक केंद्र बनाएं। प्रमुख बंदरगाहों की तरह पूरे इको-सिस्टम, कार्गो शिपिंग और माल ढुलाई के विकास के लिए योजना बनाई जाय। उन्होंने बाबतपुर हवाई अड्डे के विस्तारीकरण और आधुनिकीकरण कार्य प्राथमिकता से पूर्ण कराने के निर्देश दिया। ताकि काशी उन प्रमुख शहरों में से एक बन जाए जो अत्याधुनिक रेल, सड़क, पानी और हवाई सेवा से जुड़ जाए। पीएम ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ से जुड़ी घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा में निर्देश दिया कि संबंधित योजनाओं का लाभ जनता को जल्द से जल्द पहुंचना चाहिए।


उन्होंने पटरी व्यवसाइयों के लिए लागू स्कीम पर पूरी नजर रखने पर बल देते हुए कहा कि सबको उपयुक्त प्रौद्योगिकी और बुनियादी ढांचे से लैस ककरते हुए उन्हें कैशलेस लेनदेन के लिए प्रोत्साहित करें। उनके बैंक खाते खोलें, व्यवसाय और क्रेडिट प्रोफाइल को डिजिटल करें। पीएम ने कहा कि किसान सरकार की महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं में हैं। उनकी आय बढ़ाने के गंभीर प्रयास हों। उन्हें मधुमक्खी पालन के लिए प्रोत्साहित करें। प्राथमिकता के आधार पर जिले में एक पैकेजिंग संस्थान स्थापित हो जिससे किसानों अपने उत्पादों को निर्यात के लिए बेहतर तरीके से पैकेजिंग कर सकें।


मोदी ने एपीडा (वाणिज्य मंत्रालय) संग मिलकर सब्जी-आम निर्यात के प्रयासों को सराहा। उन्होंने कोरोना महामारी ने निबटने के लिए किये गये उपायों समेत अन्य कई बिंदुओं पर भी समीक्षा की। बैठक में जनप्रनिधियों समेत कमिश्नर दीपक अग्रवाल, डीएम कौशल राज शर्मा, नगर आयुक्त गौरांग राठी मौजूद थे।


यह निर्देश भी दिये


- दूसरे प्रदेशों से लौटने वाले श्रमिकों की स्किल मैपिंग कर उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराएं।


- आंगनवाड़ी केंद्रों में पोषण को बढ़ावा दें और महिलाओं और स्वयं सहायता समूहों को इस काम में लगाएं।


- जनता के जीवन स्तर में सुधार, गुणवत्तायुक्त सुविधाएं देने को विकास-जनहित के कार्यों में तेजी लाएं।


- कचरे से आमदनी पर जोर दें और ऊर्जा बनाने या कंपोस्ट खाद उत्पादन पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाय।


- कृषि में लागत कम कर आय बढ़ाने के लिए किसानों को शून्य बजट खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाय।


अफसरों ने दी कार्यों की जानकारी


- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में शुरू की जा रही सभी परियोजनाओं की भी विस्तृत समीक्षा की। अफसरों ने उन्हें बताया कि वर्तमान में लगभग आठ हजार करोड़ रुपये की लागत से वाराणसी में 100 से अधिक बड़ी परियोजनाएं जारी हैं। इनमें अस्पताल भवन, राष्ट्रीय जलमार्ग, रिंग रोड एवं बाईपास, भारत-जापान के सहयोग से इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर ‘रुद्राक्ष’ आदि शामिल हैं। पीएम ने अधिकारियों को समय सीमा के भीतर विकास कार्यों को पूर्ण कराने के लिए निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता के उच्चतम मानकों का विशेष ख्याल रखा जाना चाहिए। अधिकारियों ने उन्हें काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर के ले-आउट को ड्रोन वीडियो के माध्यम से दिखाया। साथ ही कोविड-19 के प्रभावी प्रबंधन पर हुए प्रयासों पर भी चर्चा की।


 


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