कैबिनेट मंत्री डा. महेन्द्रनाथ पाण्डेय लापता! मिनी महानगर में जगह-जगह लगे पोस्टर, रख दी पुरस्कार राशि
युवा सपाई व पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अंकित यादव ने लगवाए पोस्टर
जनसंदेश न्यूज़
चंदौली। सत्तारुढ़ भाजपा के दिग्गज नेता, चंदौली सांसद व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री डा. महेंद्रनाथ पांडेय लापता है। जी हां! यह हम नहीं, बल्कि मिनी महानगर मुगलसराय में जगह-जगह चस्पा पोस्टर इस बात की तस्दीक कर रहे हैं। इसकी चर्चा न केवल मुगलसराय बल्कि पूरे जनपद समेत आसपास के जिलों में जोरों पर है, क्योंकि यह पोस्टर वार सिर्फ दीवारों पर नहीं, बल्कि फेसबुक की वाल भी इस कदर चिकपाया गया है, जिसे इस वक्त देश-विदेश के लोग भी देख व पढ़ रहे हैं। हालांकि भाजपा का तंत्र मौन है और अभी कुछ कहने के मूड में नहीं है।
जिस पोस्टर वार की शुरुआत सूबे की यूपी सरकार ने सीएए आंदोलनों के दौरान की थी। अब वही पोस्टर वार भाजपा के गले की फांस बनती दिख रही है। लखनऊ में सर्वप्रथम पोस्टर वार सरकार व विपक्ष के बीच चली। इसके बाद मानो विरोध का एक नया ट्रेंड चल पड़ा। इसकी ज्वलंत झलक जिले के युवा सपाइयों ने मंगलवार को दिखा। कोविड-19 यानी कोरोना संक्रमणकाल में जिले की सरहद से दूर रहे चंदौली सांसद व कैबिनेट मंत्री डा. महेंद्रनाथ पांडेय की गैरहाजिरी सपाइयों को इस कदर नागवार गुजरी की, उन्होंने बकायदा कैबिनेट मंत्री के लापता होने के हजारों पोस्टर रातोंरात छपवाए।
उसपर ईनाम की राशि अंकित करायी और यहां तक लिख डाला की कोरोना महामारी के दौर में दो माह से लापता सांसद डा. महेंद्रनाथ को ढूंढने वाले के हक व हिस्से में 5100 रुपये पुरस्कार राशि दी जाएगी। यह पोस्ट युवा नेता व लाल बहादुर शास्त्री पीजी कालेज के पूर्व अध्यक्ष अंकित यादव द्वारा लगाए गए हैं। अलीनगर के अंतिम छोर से मुगलसराय के मुख्य बाजार तक पोस्टरों को जगह-जगह चस्पा कर अपना विरोध जताया। सपाइयों ने डा. महेंद्रनाथ पांडेय को एक नाकाम जनप्रतिनिधि करार दिया। कहा कि जिस वक्त कैबिनेट मंत्री को गरीब जनता के बीच होना चाहिए, वह अपने वातानुकूलित कमरे में खुद को कैद रखा। यह चंदौली जिले की जनता व समाजवादी पार्टी कत्तई बर्दाश्त नहीं करेगी।
सांसद ने 10 हजार परिवारों तक पहुंचायी मदद
चंदौली। भाजपा जिलाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह ने कहा कि लाकडाउन में घरों के अंदर रहने के निर्देश थे, जिनका देशवासियों समेत कैबिनेट मंत्री डा.महेंद्रनाथ पांडेय ने भी पालन किया। इस दौरान वे चंदौली के कार्यकर्ताओं व बुद्धिजीवियों के सम्पर्क में रहे और 10 हजार परिवारों तक राशन किट पहुंचवाई। ऐसे में उनके लापता होने की पोस्टर लगाना उचित नहीं है। भाजपा की तरफ से कोई शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी है। अंत में आरोप लगाया कि सपा नेता संगठन व अपने शीर्ष नेतृत्व के नियंत्रण में नहीं है। मैं सपा नेताओं के सद्बुद्धि की कामना करता हूं।
आत्म निरीक्षण करें भाजपाईः मनोज काका
चंदौली। सपा के पूर्व प्रवक्ता मनोज सिंह काका ने भी चंदौली सांसद पर करारा प्रहार किया। बोले, जिस आपदा के वक्त जनपद के 22 लाख जनता को अपने जनप्रतिनिधि की जरूरत थी, वे जिले व जिलेवासियों से दूर रहे। उन्हें जनता का सामना करना चाहिए था उन तमाम लोगों को धन्यवाद देता चाहिए, जिन्होंने पांच लाख से अधिक मत देकर उन्हें दोबारा अपने प्रतिनिधित्व का मौका दिया। कहा कि इस विषम हालात में चंदौली सांसद को गली, गांव, मोहल्ले व कस्बों में जाकर लोगों तक मदद पहुंचायी चाहिए थी, जिसमें वह चूक गए। ऐसा करने उन्होंने जनमानस की भावना को आहत किया है। कहा कि आत्मनिर्भरता की बातें करने वाले भाजपा नेताओं को आत्म निरीक्षण करने की जरूरत है।