जब शिकायत पर पहुंची पुलिस पर ही टूट पड़े दो सगे भाई, बहादुर थानाध्यक्ष ने एक को दबोचा, पीआरवी कर्मी भागे
जनसंदेश न्यूज़
सुहवल/गाजीपुर। पुलिस प्रशासन में उस वक्त हडकंम्प मच गया। जब किसी ने थाना अन्तर्गत ईजरी गांव में रविवार की देर स्थानीय सूरज चौधरी ने पीआरवी 3195 को यह सूचना दी कि गांव के ही दो सगे भाई कन्हैया यादव एवं चन्दन यादव बकाया पैसा 134 रूपया मांगने पर कट्टे से जान से मारने की धमकी देने के साथ ही मारने-पीटने की धमकी दे रहा है।
पीआरवी चालक त्रिभुवन जायसवाल, प्रभारी दीवान नंदलाल एवं कांस्टेबल मुकेश भारती जब आरोपी के यहां पहुंच पूछताछ शुरू करते ही दोनों भाई आग-बबूला हो पुलिस कर्मियों को गाली-गलौज देने के साथ ही पीआरवी के वाहन पर डंडे से हमला कर दिया। इससे पुलिस सकते आ गई और वहाँ से खुद किसी तरह मय वाहन जान बचाते हुए भाग खडे हुए।
सूचना पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक विवेक श्रीवास्तव मय पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस की गाड़ी देख आरोपियों ने कहा कि लाठी निकाल पुलिस कर्मियों को मारो, लेकिन भारी पुलिस बल के आगे उनकी एक न चली। साथ ही गांव की महिलाएं-पुरुष उनसे उलझ गई एवं पकडे गये दोनों भाईयों को छोड़ने की जिद्द करने के साथ ही उन्हें चारों तरफ से घेर लिया। स्थिति की नजाकत को समझते हुए पुलिस ने एक को दबोच किसी तरह दूसरे वाहन से थाने लाई, जबकि पकड़े गए युवक का भाई भीड़ का फायदा उठाते हुए मौके से फरार हो गया।
सूचना मिलते ही पुलिस उपाधीक्षक जमानियां सुरेश शर्मा भी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच किसी तरह स्थिति को नियंत्रित किया। जिस तरह से आरोपियों ने पुलिस पर हमला करने का प्रयास किया, उसको लेकर लोगों में खासी चर्चा होती रही। इस मामले में पुलिस उपाधीक्षक ने कहा कि ईजरी गांव के दुकानदार द्वारा बकाया न देने पर किए गये शिकायत पर आरोपियों से पूछताछ करने गई पीआरवी सवार 3195 पुलिस कर्मियों से दुर्व्यवहार करने के साथ ही वाहन भी तोड़ने का प्रयास किया गया, साथ ही प्रभारी निरीक्षक से भी लोगों भी उलझ पडे़। कहा कि इस तरह का कृत्य किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा, फरार को पकड़ने का प्रयास जारी है।