ग्राम्या नेे लिया पर्यावरण संरक्षण संकल्प, निदेशक बोलीं, प्रकृति से खिलवाड़ ही अभूतपूर्व संकट का कारण


जनसंदेश न्यूज़
नौगढ़/चंदौली। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर शुक्रवार को ग्राम्या संस्थान द्वारा ब्लाक के लालतापुर गांव स्थित चिराग केन्द्र पर पर्यावरण जागरूकता हेतु कार्यक्रम आयोजित किया। हालांकि कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए कार्यक्रम से पूर्व उपस्थित सभी लोगों की थर्मल स्कैनिंग की गई और उन्हें सतर्क रहने की अपील की गई।  
इस मौके पर संस्थान की निदेशक बिन्दु सिंह ने कहा इंसान और पर्यावरण के बीच बहुत गहरा सम्बन्ध है, इसलिए व्यक्ति को पर्यावरण के प्रति सचेत एवं जागरूक रहना होगा। विश्व में लगातार दूषित हो रहे वातावरण का ही परिणाम है कि आज दुनिया अभूतपूर्व संकट का सामना कर रही है। हमें प्रकृति के साथ हर हाल में तालमेल बिठाना ही होगा। 



वहीं संस्थान के सुरेन्द्र ने बताया कि पर्यावरण को संतुलित करने के लिए एवं इसके प्रति समाज में जागरूकता फैलाना हम सभी का कर्तव्य है। पर्यावरण को संरक्षित करके ही हम वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक जागृति ला सकते है। कहा कि गांव में अक्सर देखा जाता है की दिन में भी लाइट जलती रहती है जिसका कोई उपयोग नहीं है फिर लोग अपनी बत्ती जलाकर बिजली का दुरूपयोग करते हैं। एक यूनिट बिजली बनाने में कितना कोयला या पानी खर्च होता है यह हम सभी को समझना होगा और इसके प्रति प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक होना होगा तभी पर्यावरण संतुलित हो पाएगा। 
इस मौके पर कई फलदार और छायादार पौधों का रोपण किया गया। अंत सभी को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई गई और उपहार स्वरूप पौधा देते हुए उसके संरक्षण व संवर्धन की अपील की गई। इस अवसर पर नीतू सिंह, त्रिभुवन, मदन मोहन, रामविलास, रामबली, श्रीराम सहित शिवानंद, गणेश, जयप्रकाश, रामा, उमेश कुमार, मंजू, शशिकला कुसुम, संगीता, हीरावती, रामरति, सहित दर्जनों लोग शारीरिक दूरी बनाकर शामिल रहे।


 


 


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