Father's Day Special : पापा आप हो कितने खास
पापा आप हो कितने खास
बिन कहे जान लेते हो
मेरे मन की हर बात
मेरा हौसला, मेरी हिम्मत
मेरी परवाज़
पापा आप हो कितने खास।।
आपकी अंगुलियों को पकड़कर
ज़िंदगी की राह पर चली मैं
छोटे से जाने कब बड़ी हो गई मैं
मेरे बचपन की वो सबसे मीठी याद
पापा आप हो कितने खास।।
आपका लाड़ और दुलार
जैसे अमुआ की डार
कभी खट्टा तो कभी मीठा
आपके संग चखा जीवन का
हर स्वाद
पापा आप हो कितने खास।।
आप रहे सदैव दोस्त के जैसे
जैसे मेरे सुख - दुख के साथी
मेरे हर फ़ैसले में होते आप ही साथी
मेरे हर दर्द कि रहती है आपको जानकारी
पापा आप हो कितने खास।।
ज़िंदगी के हर मोड़ पर
आपकी दी गई हर सीख ने थामा है मेरा हाथ,
जीवन भर रहे सर पर ये आशीर्वाद से भरा हाथ,
पापा आप हो कितने खास।।
अंकिता भारती
शिक्षार्थी, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ