भाजपा विधायक की शिकायत पर थानाध्यक्ष का हुआ ट्रांसफार्मर तो विदाई के दौरान निकाली शाही जूलूस, पर भूल गये......


शाही जूलूस निकालने के दौरान भूल गये नियमों का पालन


जमकर उड़ाई लॉकडाउन व सोशल डिस्टेंस की धज्जियां


एसपी ने इनके इस कारनामे को गंभीरता से लेते हुए किया निलंबित  



जनसंदेश न्यूज़
लखनऊ। कानून के रखवाले ही जब कानून की धज्जियां उड़ाते नजर आये तो फिर आम आदमी से क्या अपेक्षा की जा सकती है। यूपी के अंबेडकर नगर में बीजेपी विधायक द्वारा अवैध वसूली की शिकायत पर स्थानांतरित किये गये एसओ का ऐसा विदाई समारोह हुआ, जैसे कोई विजय जुलूस निकाला जा रहा हो। विदाई समारोह में पुलिसकर्मियों को ना तो सोशल डिस्टेंस की फिकर नजर आई और ना ही लॉकडाउन के उल्लंघन की, ऊपर से बिना मॉस्क लगाये विदाई जूलूस निकाल रहे पुलिसकर्मियों ने धारा 144 की जमकर धज्जियां उड़ाई। एसपी ने इनके इस कारनामे को गंभीरता से 
लेते हुए निलंबित कर दिया। रौंब दिखाते समय ये यह भूल गये कि वर्दी पहनने के बाद भारतीय संविधान और कानून का पालन सबसे प्रथम कर्तव्‍य होता है।


अम्बेडकरनगर के बसखारी थाने पर तैनात मनोज सिंह द्वारा अवैध वसूली किये जाने की शिकायत टांडा की बीजेपी विधायक संजू देवी ने एसपी से की थी। विधायक ने एसपी से एसओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जिसपर एसपी ने जांच के बाद आरोपी एसओ का ट्रांसफार्मर जैतपुर थाने पर कर दिया। 
इसके बाद बसखारी थाने से मनोज सिंह विदाई के दौरान पुलिसकर्मियों ने नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई। जिसमें 112 पर सवार दर्जनों पुलिसकर्मी बिना मास्क के विदाई जुलूस में शामिल हुए। इनके साथ खुले में बिना हेल्मेट के बाइक पर सवार पुलिसकर्मी भी पायलट की भूमिका में थे। विदाई के जश्न में पुलिसकर्मी यह भी भूल गये कि वें लॉकडाउन 5.0 का उलंघन कर रहे है। किसी पुलिसकर्मी के चेहरे पर ना मास्क और ना ही किसी तरह की सोशल डिस्टेंसिंग का पालन। यहीं नहीं पुलिसकर्मियों ने सिर्फ उस थाने की ही नहीं, बल्कि थाना क्षेत्र की अन्य सरकारी गाड़ियों को बुलाकर इस काफिले में शामिल किया गया। एसओ की इस तरह विदाई पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस शाही विदाई में थाने में करीब 150-200 की भीड़ जुटी। 



एक पक्ष यह भी
दरअसल थानाध्यक्ष की विदाई विधायक के शिकायत पर हुई थी, शाही विदाई के पीछे विधायक को जवाब दिये जाने की मंशा बताई जा रही है। थाना क्षेत्र में कुछ दिन पूर्व ही कोटेदार के साथ हुए विवाद में विधायक प्रतिनिधि श्याम बाबू गुप्ता व उनके अन्य साथियों के खिलाफ थानाध्यक्ष बसखारी मनोज कुमार सिंह ने रिपोर्ट दर्ज किया था। 27 मई को विधायक टांडा अपने समर्थकों के साथ बसखारी थाने पहुंची और कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न का आरोप लगाकर थानाध्यक्ष को हटाने के लिए धरने पर बैठ गईं। एसपी ने प्रकरण की जांच कराई और पांच दिन बाद कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह का तबादला बसखारी से जैतपुर कर दिया। उसके बाद एसओ के राैब में कोई कमी नहीं आई। वें शाही अंदाज में विदाई जुलूस निकाल कर अपना रूतबा दिखाना चाहा, जिसपर एसपी ने उन्‍हें निलंबित कर दिया।


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