बेसिक विभाग से बैक डेट में अनुमोदन लेकर नौकरी हथियाने के प्रयास में थे तीन शिक्षक, उपसचिव ने मांगी सत्यापन रिपोर्ट, मचा हड़कंप
निवर्तमान बेसिक शिक्षा अधिकारी का बना फर्जी हस्ताक्षर
समाज कल्याण से शिक्षकों की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा
जनसंदेश न्यूज़
गाजीपुर। समाज कल्याण विभाग से संचालित प्राइमरी विद्यालय में तैनात तीन शिक्षकों पर फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी हथियाने के प्रयास का मामला सामने आया है। फर्जीवाड़े में बेसिक विभाग से गलत तरीके से बैक डेट में अनुमोदन लेकर वेतन भुगतान का प्रयास किया जा रहा था। समाज कल्याण उप सचिव ने संबंधित विभाग से सत्यापन कर रिपोर्ट मांगा है।
समाज कल्याण विभाग से अनुदानित 59 हरिजन प्रा. विद्यालयों में लगभग 240 शिक्षक कार्यरत है। विभाग में कार्यरत तीन शिक्षक सतीश यादव, रितेश कुमार यादव तथा भानु प्रसाद गुप्ता ने बेसिक विभाग की फर्जी अनुमोदन पत्र की कॉपी अपने प्रमाण पत्रों के साथ लगाई थी। वेतन भुगतान को लेकर समाज कल्याण के उपसचिव ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से कुछ महीने पूर्व जवाब मांगा था। सोमवार को बेसिक ने प्रमाण पत्रों की जांच कराया और कागजात फर्जी बताकर संबंधित विभाग को रिपोर्ट भेजने के साथ ही कार्रवाई करने को कहा है।
बता दें कि समाज कल्याण से संचालित नोनहरा स्थित प्राइमरी पाठशाला में सतीश यादव, जमानियां के अनुसुचित जाति क्रमोत्तर विद्यालय में रितेश कुमार यादव तथा भानु प्रसाद गुप्ता रामपुर कुकुढ़ा में शिक्षक के पद पर तैनाती के बाद वेतन भुगतान के लिए विभाग से अनुमति मांगा था। विभाग ने प्रमाण पत्र की जांच शुरू कराया। प्रमाणपत्र सत्यापन में बड़ा फजीर्वाड़ा का मामला सामने आया।
दरअसल, प्राइमरी पाठशाला में नियुक्त शिक्षक के भुगतान को लेकर जांच शुरू हुई। जिसमें प्रमाण पत्रों के साथ बेसिक विभाग द्वारा निर्गत अनुमोदन पत्र दिखाया गया हैं। हालांकि बेसिक विभाग इसको फर्जी बता रहा हैं। मामला 2018 का है जिस समय निवर्तमान बेसिक शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार यादव तैनात थे। विभागीय सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि उनके तबादले के बाद बैक डेट में अनुमोदन दिया गया है। जिस पर निवर्तमान बेसिक शिक्षा अधिकारी का फर्जी हस्ताक्षर बनाया गया हैं। यह फजीर्वाड़ा बेसिक विभाग को तब पता चला जब समाज कल्याण उप सचिव ने विभाग से वेतन भुगतान को लेकर इन कागजातों का सत्यापन करने को कहा।
सचिव का पत्र देखते ही बेसिक विभाग में हड़कंप मच गया। इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रवण कुमार गुप्ता ने कहा कि अनुमोदन हमारे यहां से नहीं दिया गया है। शिक्षकों द्वारा जो भी प्रमाण पत्र लगाया गया है वह फर्जी है। समाज कल्याण अधिकारी राम विलास यादव ने कहा कि मामला संज्ञान में नहीं है। पटल सहायक से जानकारी लेने के बाद उपसचिव को अवगत कराया जाएगा। उनके आदेश पर ही कोई कार्रवाई की जाएगी।
उपसचिव ने मांगा सत्यापन रिपोर्ट
गाजीपुर। समाज कल्याण उप सचिव ने आठ नवंबर को दिए गए पत्र में बेसिक प्रा. पा. चटाई पारा में नियुक्त सतीश कुमार यादव के अनुमोदन तथा वेतन भुगतान के संबंध में सत्यापन करने को कहा। पत्र में बताया कि विभाग से 26 मार्च 2019 द्वारा उपलब्ध प्रस्ताव के अनुक्रम में पत्रांक 7597-99 बेसिक शिक्षा से अनुमोदन 2016-17 दिनांक 14 जुलाई द्वारा दिए गए पत्र संख्या 1061/ 2018-19 दिनांक 16 अक्टूबर 2018 में की गई पुष्टि के अनुक्रम में सतीश यादव को वेतन भुगतान का अनुमोदन दिया था। इसी प्रकार रितेश कुमार यादव तथा भानु प्रसाद गुप्ता की भी रिपोर्ट मांगी थी।