बनारस निवासी भाजपा नेता के मुंबई ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी, बैंक के ऋण धोखाधड़ी में मामला दर्ज


जनसंदेश न्यूज़
मुंबई। बनारस के मूल निवासी भाजपा नेता मोहित कंबोज सहित चार अन्य के ठिकानों मुंबई स्थित पांच ठिकानों पर शुक्रवार को सीबीआई ने छापेमारी की। आवास, दफ्तर सहित अन्य ठिकानों पर हुई छापेमारी में सीबीआई ने विभिन्न कागजात खंगाले। सीबीआई ने बैंक ऑफ इंडिया से लिए गए 67 करोड़ रुपये के ऋण से जुड़े धोखाधड़ी के सिलसिले में मोहित कंबोज तथा चार अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। 


मुंबई में बीजेपी युवा इकाई का अध्यक्ष है मोहित
बैंक के अनुसार मोहित कंबोज हाथ से बने सोने के आभूषणों के निर्माण और इनके दुबई, सिंगापुर, हांगकांग तथा अन्य देशों में निर्यात में लगी अव्यान ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड में गारंटर और प्रबंध निदेशक थे। भारतीय जनता युवा मोर्चा की मुंबई इकाई के अध्यक्ष कंबोज ने फोन पर कहा कि कंपनी ने बैंक के साथ 2018 में एकमुश्त अदायगी के लिए करार किया था और उसके तहत बैंक को 30 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था।
अपनी प्राथमिकी में सीबीआई ने पूर्ववर्ती अव्यान ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड और केबीजे होटल्स गोवा प्राइवेट लिमिटेड का नाम भी दर्ज किया है। सीबीआई की प्राथमिकी के अनुसार कंबोज का नाम जितेंद्र गुलशन कपूर, नरेश मदनजी कपूर (अब दिवंगत), सिद्धांत बागला और इर्तेश मिश्रा के साथ संदिग्धों और आरोपियों में शामिल है।


कांग्रेस की राजनीति में भी हुआ था सक्रिय
इंटर पास मोहित अरबों का मालिक है। गोल्ड और ज्वेलरी डिजाइन में डिप्लोमा करने के बाद 2002 में मुंबई गया था। 2005 में वहां उसने अपनी ज्वेलरी की कंपनी शुरू की। 2011 में वह वाराणसी और लखनऊ में कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय हुआ था। यहां राजनीति में उसे कुछ खास कामयाबी नहीं मिली। मोहित का मुख्य व्यवसाय रियल स्टेट और ज्वेलरी का है। इसके अलावा उसने बॉलीवुड, क्रिकेट लीग, इन्फ्रास्ट्रक्चर, होटल और रिसोर्ट आदि क्षेत्रों में भी निवेश किया है। केबीजे ग्रुप नाम से देश के अलग-अलग स्थानों पर वह व्यापार कर रहा है। मुंबई में 2014 विधानसभा चुनाव में मोहित ने अपनी संपत्ति 353 करोड़ से ज्यादा बताई थी। हालांकि वह चुनाव हार गया था। 


परिवार का इकलौता बेटा, पर पिता से अनबन
वाराणसी के सिगरा थाना क्षेत्र के गांधीनगर कॉलोनी स्थित उसके घर में पिता रहते है। वें भी सर्राफा कारोबारी व बिल्डर हैं। मोहित ने कुछ साल पहले होटल कारोबार में भी कदम रखा। बाबतपुर में उसका एक होटल निर्माणाधीन है। हालांकि लंबे समय से वहां काम बंद है। वह परिवार का इकलौता बेटा है। उसकी दो बहनें हैं। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार उसके पिता से बेहतर संबंध नहीं हैं। वह गाहे-बगाहे बनारस आता रहता है।


 


 


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