बाबा की भूमि को बेचने को लेकर आमने सामने हुए भाजपा सांसद और विधायक, सांसद के आईटी सेल प्रभारी ने लगाये सनसनीखेज आरोप
जनसंदेश न्यूज़
बलिया। जिले के बैरिया क्षेत्र के इब्राहिमाबाद नौबरार ग्राम में सुदिष्ट बाबा की भूमि को कथित रूप से क्रय करने को लेकर भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त व भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह के मध्य शुरू हुआ विवाद अब बढ़ने लगा है। भाजपा सांसद के आई टी प्रकोष्ठ के प्रभारी ने भाजपा विधायक के विरुद्ध घोटाले व भ्रष्टाचार का सनसनीखेज आरोप लगाया है।
भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त व बैरिया क्षेत्र के भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह के मध्य शुरू हुआ विवाद अब निरन्तर बढ़ता ही जा रहा है। भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने पिछले दिनों सांसद मस्त पर उनके सगे भांजे विनय सिंह की आड़ में निशाना साधा था तथा इब्राहिमाबाद नौबरार ग्राम में सुदिष्ट बाबा की भूमि को फर्जी तरीके से क्रय करने का आरोप लगाया था।
इस आरोप के बाद भाजपा सांसद श्री मस्त के आई टी सोशल मीडिया हेड दीपक अनन्त मिश्रा ने भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है तथा विधायक पर ताबड़तोड़ कई हमले किये हैं। उन्होंने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर कई पोस्ट कर विधायक के पुत्र का वीडियो पोस्ट कर दुराचारी पुत्र बताया है तथा लिखा है कि दूसरे के उपर फर्जी प्रेस कांफ्रेंस से अच्छा है कि अपने पुत्र पर प्रेस कांफ्रेंस करिये। उन्होंने एक अन्य पोस्ट में लिखा है कि मै विनय सिंह दलकी का समर्थन करता हूँ। विनय बेरोजगार को रोजगार का वायदा किये हैं, यह विधायक को खल रही है।
आई टी सोशल मीडिया हेड दीपक अनन्त मिश्रा यही नही रुके, वह भाजपा विधायक पर परोक्ष रूप से घोटाले का सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहते हैं कि दूबे छपरा में बांध बनाने के लिये 39 करोड़ आया, बांध एक वर्ष में ही ढह गया। कितना घोटाला किया, इसकी भी जांच जरूरी है। उन्होंने एक अन्य पोस्ट में उल्लेख किया है कि साइकिल से चलने वाले की बलिया में तीन करोड़ की जमीन है, इसकी भी जांच जरूरी है। इसके पूर्व सांसद के भांजे विनय सिंह ने भाजपा विधायक पर हमला करते हुए कहा था कि फर्जी व गलत काम करने वाले क्यों व्याकुल हैं, इसकी जानकारी सभी को है।
इस बीच भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने इस पूरे मामले में कहा कि वह कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नही करेंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने सुदिष्ट बाबा के भूमि की रक्षा का संकल्प लिया है। इस भूमि को बसपा की सरकार के समय अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जीवाड़ा कर काश्तकारों के नाम दर्ज करा लिया गया तथा अब काश्तकारों से भूमि क्रय कर जमीन पर कब्जे का प्रयत्न किया जा रहा है। उन्होंने दोहराया कि वह इस इस भूमि की रक्षा के लिए हरसंभव कोशिश करेंगे।