वादा पूरा करने में जुटी योगी सरकार: पूरे प्रदेश में 58 हजार बैकिंग सखियों की होगी तैनाती, ऐसे मिलेगा लाभ
बैकिंग सखियों को उनके काम के आधार पर मिलेगा कमीशन
बैंक से जुड़े कार्यों में मदद करेंगी यह महिलाएं
जनसंदेश न्यूज़
लखनऊ। कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के सरकार से लेकर आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे संकटकाल में भी उत्तर प्रदेश सूबे में 5 पांच लाख लोगों को रोजगार देने का अपना वादा पूरा करने में लगी है। योगी सरकार पूरे प्रदेश में 58 हजार बैकिंग सखी तैनात करने की योजना तैयार की है। इस योजना के तहत बैकिंग सखियों को इनके काम के आधार पर कमीशन प्रदान किया जायेगा।
लॉकडाउन होने के बाद से प्रदेश में भारी संख्या में प्रवासी श्रमिकों की वापसी हो रही है। जिसको देखते हुए सरकार इन श्रमिकों को गांव में मनरेगा के तहत रोजगार देने के लिए प्रयत्नशील है। इसके साथ ही सरकार अन्य प्रतिभावान लोगों को भी उनकी क्षमता के अनुरूप काम देने के प्रयास में लगी है।
लखनऊ में लोक भवन में टीम 11 के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के लिए रोजगार की नई योजना पर चर्चा की। फिलहाल तो सरकार का विचार प्रदेश भर के ग्रामीण क्षेत्रों में 58 हजार बैंकिंग सखी प्रतिनिधि तैनात करने का है। यह लोगों की बैंक से जुड़े कार्यों में मदद करेंगी। इन्हें काम के आधार पर कमीशन दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनने वाले महिला स्वयं सहायता समूहों को वैश्विक महामारी कोरोना के संकट के समय में गुरूवार को रिवॉल्विंग फंड के साथ ही कम्युनिटी इंवेस्टमेंट फंड से 218 करोड़ 49 लाख की सहायता प्रदान की। इस अवसर पर सीएम ने कहा कि महिला स्वयंसेवी समूहों को यदि रिवॉल्विंग फंड और कम्युनिटी इंवेस्टमेंट फंड समय पर उपलब्ध करवा दिए जाते हैं, तो बहुत बड़ा काम हो सकता है। इससे उनकी प्रतिभा का लाभ उत्तर प्रदेश को मिलेगा और हम उत्तर प्रदेश को देश और दुनिया के सामने अग्रणी स्थान पर ले आएंगे।