रील लाइफ में विलेन लेकिन रियल लाइफ में हीरो हैं सोनू सूद
तुलसी वर्मा
मायानगरी मुंबई में इन दिनों कोरोना कहर मचाया हुआ है। देश की आर्थिक राजधानी में इस समय सबकुछ ठप हो गया है, लेकिन यहां के रहने वाले मजदूरों की जिंदगी में कोरोना वायरस के कारण भुचाल सा आया हुआ है। एक तरफ लॉकडाउन के कारण रोजगार छीन गया तो वहीं दूसरी तरफ तमाम दुश्वारियों ने इनकी जिंदगी को बेपटरी कर दिया है। जिसके कारण भारी संख्या में मजदूरों का पलायन हो रहा है। ज्यादातर यूपी और बिहार के रहने वाले इन श्रमिकों को घर पहुंचने के लिए सरकारी आश्वासन तो खूब दिये जा रहे है, लेकिन जमीनी सच्चाई इससे बिल्कुल जुदा है। जिसका नतीजा हमारे सामने है, देशभर में सड़कों पर मजदूरों के पलायन की तस्वीरों के साथ ही मर्माहत कर देने वाले दृश्य सामने आये है। इसी बीच भारतीय अभिनेता सोनू सूद मजदूरों के लिए देव दूत बन कर सामने आये। पर्दे पर ज्यादातर फिल्मों में विलेन का किरदार निभाने वाले सोनू सूद मजदूरों के लिए रियल हीरो बनकर उभरे है।
आपने अक्सर फिल्मी पर्दे पर सोनू को नकारात्मक किरदार ही निभाते देखा होगा। दबंग-1 का ‘छेदी सिंह’, सिम्बा का ‘दुरुआ रानाडे’ जैसे किरदारों में वें काफी खतरनाक लगते है। लेकिन इससे उलट असल जिंदगी में वो तो किसी सिम्बा या चुलबुल पाण्डे से कम नहीं है। कोरोना महामारी की वजह से जब 24 मार्च से देश लॉकडाउन हो गया। ट्रेन, फ्लाइट, बस, स्थानीय यातायात के साधन सब बन्द हो गए। ऐसे में जो जहां था वही ठहर गया। हम सब तो अपने-अपने घरों बैठकर सोशल मीडिया पर अपनी आरामदायक जिन्दगी की फोटोज़ अपलोड कर रहे थे। लेकिन इस दौरान हमारे देश के कामगार जिंदगी के सबसे भयानक दौर से गुजर रहे थे। रोटी की तलाश में अपने घरों से दूर दूसरे शहर जाकर बसे इन मजदूरों की जिंदगी में लॉकडाउन नाम का ऐसा भुचाल आया कि ये कहीं के नहीं रहे। लॉकडाउन के कारण सबकुछ ठप हो गया। फैक्ट्री इत्यादि सबकुछ बन्द होने पर ये मजदूर पैदल ही अपना सामान लेकर अपने घरों की ओर लौटने को मजबूर हो गए। क्योंकि इनके लिए तुरन्त कोई स्पेशल ट्रेन नहीं चलाई गयी। हाँ मीडिया में खबर आने के बाद यूपी सरकार द्वारा इनके लिए बस की व्यवस्था की गई।
लेकिन वें सितारे जिनकी फिल्में देखने के लिए अक्सर हम बिना सोचे समझे ही अपनी जेब खाली कर देते हैं। उनमें से किसी ने भी इन मजदूरों की भावनाओं और दुखों को समझने की कोशिश तक नहीं की। ऐसे समय में एक्टर सोनू सोद अन्य लोगों की तरह घर में बैठने के बजाय मजदूरों की मदद को आगे आए। उन्होंने मुम्बई में फंसे हुए मजदूरों के लिए बस की व्यवस्था की और उन्हें उनके घर तक पहुंचाया। इस समय सोनू सूद ट्विटर के माध्यम से भी फंसे हुए लोगों की जानकारी इकठ्ठा कर उनकी घर वापसी में उनकी मदद कर रहे हैं।
(Tulasi Varma)
जारी किया हेल्पलाईन नंबर
सोनू सूद ने 26 मार्च की शाम को ट्विटर के माध्यम से एक टोल फ्री हेल्पलाइन नं. 18001213711 जारी किया। जिसपर कॉल करने के बाद सोनू की आवाज़ आएगी, और वें आपको एक व्हाट्सऐप नंबर बताएंगे। जिस पर आपको अपनी वर्तमान स्थिति, कहाँ जाना है? कितने लोग हैं? इत्यादि जानकारी देनी है। जिसके बाद उसके बाद सोनू और उनकी टीम आपको बस में बैठा कर आपके घर तक पहुंचाएगी।
सोनू के फैन हुए अजय देवगन
इस कठिन समय में जब प्रवासी मजदूरों को सोनू सूद उनके घर पहुंचा रहे हैं, हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है। इस कड़ी में अब अभिनेता अजय देवगन का भी नाम जुड़ गया है। उन्होंने सोनू की तारीफ करते हुए एक ट्विट किया...‘जिस संवेदनशीलता से आप प्रवासी कामगारों को सुरक्षित उनके घर भेजने का कार्य कर रहे है, वह अनुकरणीय है।’
इसके जवाब में सोनू ने ट्विट किया कि ‘आप के शब्द ही मेरी ताकत है।’
आज जब पूरा देश संघर्ष कर रहा है, ऐसे समय में इसी तरह से समर्थ लोगों को आगे आकर आम लोगों की मदद करनी होगी। हमारे अभिनेताओं की फिल्में तभी चलती है, जब हम थियेटरों में उनकी फिल्में देखने के लिए पहुंचते है। जिसकी बदौलत वें स्टारडम को छू पाते है। इसलिए अगर वें समर्थ है तो उन सभी को आगे आना चाहिए। आज सोनू सूद बहुत लोगों के लिए उदाहरण बने हुए हैं। सोनू जमीनी स्तर पर ज्यादा काम कर रहे हैं। बजाए सोशल मीडिया पर दिखावा करने के। यदि सभी इसी प्रकार मदद को आगे आ जाएं तो आधी समस्या ऐसे ही समाप्त हो जाएगी।
तुलसी वर्मा
शिक्षार्थी