प्यार में अंधी पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को उतारा मौत के घाट, छह साल के बेटे की बातों से खुला राज
18 मई को निकासीपुर के पास नहर में मिली थी बोरे में कसी लाश
पत्नी और प्रेमी गिरफ्तार, आलाकत्ल बरामद
जनसंदेश न्यूज़
आजमगढ़। प्यार अंधा होता है। जब प्यार हो जाता है तो कुछ भी दिखाई नहीं देता, यह कहावत दीदारगंज थाने के निकासीपुर गांव में रमेश कुमार राजभर की हत्या के मामले में पूरी तरह से चरितार्थ होती नजर आ रही है। इसमें पत्नी ने ही अपनी प्रेमी के साथ मिल कर पति की हत्या करने के बाद बोरे में लाश को भर कर नहर में फेंक दिया था। रमेश के शव पर एक वस्त्र भी नहीं था जिससे पुलिस को शिनाख्त करने में परेशानी हो रही थी। लेकिन पुलिस अंततः तह तक पहुंच गयी और हत्या में शामिल उसके प्रेमी को गिरफ्तार करते हुए हत्या में प्रयुक्त आलाकत्ल व साइकिल बरामद कर दोनों को संबंधित धाराओं में जेल भेज दिया।
घटनाक्रम की यदि बात करें तो दीदारगंज थाने के रमेश राजभर पुत्र अच्छे लाल की शादी रेखा से हुई थी। दोनों के बीच मधुर संबंध थे। इस बीच एक 6 वर्ष का पुत्र भी था। कुछ दिन बाद रमेश की पत्नी रेखा दीदारगंज थाने के चितारा महमूदपुर निवासी अंकित यादव के प्रेम जाल में फंस गयी। दोनों के बीच प्रेम ऐसा परवान चढ़ा कि दोनों एक दूसरे के बगैर नहीं रह सकते थे। अंकित का आना जाना रेखा के यहां होने लगा।
इस बात का शक रमेश को होने लगा जिसे लेकर दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। पत्नी रेखा अपने प्रेमी अंकित के साथ मिलकर पति को रास्ते से हटाने के लिए सोच ली। 16 मई की रात पति को सोते समय प्रेमी अंकित के साथ मिलकर गड़ासी से मौत के घाट उतार दिया और उसके शव को बोरे में भर कर साइकिल से ले जाकर निकासीपुर नहर में फेंक दिया। दो दिन बाद रमेश के शव को पुलिस ने स्थानीय की सूचना पर बरामद की। घटना के अनावरण के लिए पुलिस ने जाल बिछाया और अंततः उसकी पहचान रमेश के रूप में हुई।
घटना के दिन से ही पुलिस इसे प्रेम प्रपंच का मामला मानकर चल रही थी। इसी बीच रमेश के 6 वर्षीय पुत्र से पुलिस ने जब पूछा तो कुछ बातें सामने आयी। शक के आधार पर जब उसकी पत्नी रेखा को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया तो सच्चाई सामने आ गयी। हत्यारिन पत्नी की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में शामिल गड़ासी व साइकिल बरामद करते हुए उसके प्रेमी को भी गिरफ्तार कर लिया और दोनो को संबंधित धाराओं में जेल भेज दिया।