प्रेमिका से मिलने के लिए पैदल ही नाप दी गुजरात से बनारस की 1300 किमी दूरी
लॉकडाउन पर भारी ‘इश्क’ की तपिश
मिस कॉल से हुआ था दोनों में प्यार, अहमदाबाद से आया था प्रेमी
(DEMO PIC)
रवि प्रकाश सिंह
जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। ‘इश्क पर जोर नहीं ये वो आतिश है ‘गालिब’ कि लगाए न लगे और बुझाए न बुझे’। भले ही किसी जमाने में हीर-रांझा, लैला मजनू ने इश्क की कसौटी पर खुद को खरा साबित किया और अपनी प्रेम कहानी को अमर बनाया, लेकिन 21वीं सदी का आशिक भी अतीत से कमजोर नहीं। आज के युवाओं में भी प्रेम की कशिश और चाह उसी तरह दिखती है। इसका जीता जागता प्रमाण गुजरात से आये एक प्रेमी ने दिया।
इश्क ने उसे इक कदर मजबूर किया कि क्या दिन, क्या रात... बस मिलने की ललक और एक झलक के लिए 1300 किमी की दूरी गुजरात से पैदल ही नाप दी। इसके लिए उसने कई दिन रास्ते में गुजारे। वाराणसी पहुंचने पर प्रेमिका ने भी उसे निराश नहीं किया और उससे मिलने घर से भाग गई। मिर्जामुराद थाना प्रभारी सुनील दत्त दुबे ने बताया कि गुजरात में काम करने वाले वाराणसी निवासी विशाल का चार महीने पहले एक मिस कॉल से युवती से प्यार हुआ था।
वाराणसी के मिर्जामुराद थाने में एक मां ने बेटी के लापता होने की सूचना दी। पुलिस ने लड़की का मोबाइल नंबर ट्रैस करके खोजबीन शुरू की। लड़की का लोकेशन वाराणसी के ही लंका क्षेत्र में मिला। पुलिस वहां पहुंची तो लड़की अपने प्रेमी के साथ थी। पूछताछ करने पर पता चला की युवती का प्रेमी गुजरात में रहकर काम करता है। दोनों ने पहले से ही मिलने का प्लान बनाया था, लेकिन लॉकडाउन के कारण वह आ नहीं पा रहा था। फिर एक दिन वह अहमदाबाद से पैदल ही अपनी प्रेमिका से मिलने पहुंच गया।
इधर लड़की भी मंगलवार की देर शाम घर से साइकिल से बाहर निकली। गांव में साइकिल खड़ी कर अपने परिचित के साथ अहमदाबाद से आए प्रेमी से मिलने लंका पहुंच गई। युवती थाने पर आने के बाद भी प्रेमी के पास जाने की जिद पर अड़ी रही। मगर लड़की की मां व परिजन किसी तरह समझा बुझाकर उसे घर ले गए। पूछताछ में पता चला कि दोनों के बीच प्यार मोबाइल पर मिस कॉल से शुरू हुआ था।
प्रेमी को खोज रही युवती को घर भेजा
वाराणसी। मिर्जामुराद के कछवां इलाके में बुधवार को अंबेडकर नगर की एक युवती अपने प्रेमी की तलाश में भटकती मिली। पूछने पर पता चला कि युवती ने कुछ दिनों पहले प्रेमी के साथ घर से भागकर शादी की थी। लॉकडाउन के दौरान ही अचानक एक दिन प्रेमी उसे छोड़कर भाग निकला। तब से वह प्रेमी को खोजते हुए पैदल ही बनारस बॉर्डर पर आ पहुंची। मिर्जामुराद थाना प्रभारी ने एक प्राइवेट वाहन की व्यवस्था कर गुरुवार को उसे घर भिजवाया।
रवि प्रकाश सिंह