प्रदेश अध्यक्ष की रिहाई के लिए 50 हजार कांग्रेसी हुए फेसबुक लाइव, गिरफ्तारी को बताया निंदनीय
जनसंदेश न्यूज़
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की गिरफ्तारी गैरकानूनी बताया है। पार्टी ने इसकी पुरजोर निंदा करते हुए जल्द रिहाई की मांग की। पार्टी का कहना था कि प्रदेश अध्यक्ष लगातार श्रमिक भाई बहनों की मदद कर रहे थे। लखनऊ की वीरान सैडकों पर दिन, दोपहर और देर रात तक खाना, पानी और नाश्ता बांटते थे। लेकिन भाजपा की मजदूर विरोधी सरकार ने हिटलरशाही का परिचय देते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया। कांग्रेस महासचिव के आवाह्न पर बुधवार को 50 हज़ार से अधिक कांग्रेसी कार्यकर्त्ता फेसबुक लाइव होकर प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के रिहाई की मांग की।
विधायक दल नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी ने 1000 बसों की अनुमति मांगी थी, लेकिन मजदूर-गरीब विरोधी सरकार ने यूपी सीमा पर बसों को अंदर नहीं आने दिया। 3 दिनों तक बसों को लेकर हम दुःख के साथ बेबस खड़े रहें।
उन्होंने कहा कि आगरा में मजदूरों के लिए बसों को यूपी की सीमा में लाने की पैरोकारी कर रहे अजय कुमार लल्लू को योगी आदित्यनाथ की पुलिस ने गैरकानूनी ढंग से गिरफ्तार किया। जैसे ही उनको आगरा में जमानत मिली कि गरीब और मजदूर विरोधी सरकार ने अपनी ओछी मानसिकता का परिचय दिया और लखनऊ पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज मलिक और बीरेंद्र चौधरी ने जारी संयुक्त बयान में बताया कि हमारे प्रदेश अध्यक्ष को 14 दिनों की पुलिस रिमांड पर जेल भेजा जाना सरकार की तानाशाही और गरीब और मजदूर विरोधी जेहनियत का मुजाहिरा करती है। पूरी पार्टी अपने प्रदेश अध्यक्ष के समर्थन और एकजुटता में खड़ी है।
संयुक्त बयान में कहा गया कि आज पूरे प्रदेश में 50 हज़ार से अधिक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने अपने फेसबुक पेज पर लाइव किया और भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी जी की 30 वीं शहादत दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष के प्रति अपनी एकजुटता जाहिर की। तमाम कार्यकर्ताओं ने श्रमिकों की व्यथा व्यक्त की और श्रमिकों की सेवा का संकल्प लिया।