पूर्वांचल में आंधी-बारिश के साथ पड़े ओले, सक्रिय हुआ पश्चिमी विक्षोभ, 55 किमी की रफ्तार से आई आंधी 


मौसम विभाग ने दर्ज की चौदह एमएम बारिश 

मौसम विज्ञानियों ने जताई थी आंधी व बारिश आशंका



जनसंदेश न्यूज 
वाराणसी। मौसम विभाग का पूवार्नुमान सही साबित हुआ और दो दिनों से आसमान में छाए बादल शनिवार शाम होते-होते सक्रिय हो उठे। पूर्वांचल के वाराणसी सहित जौनपुर, सोनभद्र, भदोही में तेज आंधी के साथ बारिश हुई और कई क्षेत्रों में ओले भी पड़े। भीषण गर्मी और बढ़ी उमस के कारण शनिवार की शाम तेज हवा और बारिश के झोकों ने सिहरन पैदा कर दी।   
  लगभग 55 मिलीमीटर की गति से आई आंधी भारी तबाही के संकेत दे रहे थे। इस दौरान 14 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी। इसका असर पूर्वांचल भर में देखा गया। मौसम विज्ञानियों के अनुसार उमस भरी गर्मी से जूझ रहे लोगों को कुछ राहत मिली। आंधी के कारण शहर के कई क्षेत्रों में बिजली कटौती भी हुई। मौसम विज्ञानियों ने पूर्वांचल में बने वैक्यूम को लेकर बारिश और आंधी की पूर्व में आशंका जतायी थी। 
  दरअसल, शुक्रवार को दोपहर में सूर्य की तल्ख किरणें असहनीय रहीं। शाम को अचानक मौसम में परिवर्तन होने लगा। कुछ देर बाद आसमान में बादल छा गए और ठंड हवा चलने लगी। शाम सवा छह बजे के बाद जिले में चौतरफा धूल भरी आंधी चलने के साथ बूंदाबांदी हुई। बूंदाबांदी की वजह से मौसम सुहाना हो गया। सोनभद्र के सलखन क्षेत्र में धूलभरी आंधी के साथ ही तेज बारिश हुई और ओले पड़े।
 ओले पड़ने से आम की बागबानी को क्षति बताई जा रही है। वहीं बारिश होने से सलखन स्थित रेलवे पुल पर पानी जमा हो गया। इससे वाहनों के आवागमन में दिक्कत हुई। डाला, चोपन, घोरावल क्षेत्र में धूलभरी आंधी के साथ बूंदाबांदी हुई।आस-पास के ग्रामीण इलाकों में आसमान में बादल छाए रहे। ठंडी हवा चलने से लोगों ने उमस से राहत महसूस की। आंधी-पानी से कोई हताहत की सूचना नहीं है। भदोही में 15 मिनट से आंधी और गरज-चमक के साथ  बारिश हो रही है। इस बीच कई स्थानों पर ओले भी गिरे हैं।



गुरूवार के बाद 46 डिग्री पहुंच चुके तापमान में गिरावट आनी शुरू
वाराणसी। शनिवार आई आंधी-पानी के पहले तक मौसम में 8 डिग्री गिरावट आ चुकी थी। पूर्वांचल की आबो हवा में उमस से तापमान में जबरदस्त गिरावट आंधी-पानी के बाद दर्ज की गयी। झुलसा रही गर्मी से लोगों को काफी राहत पहुंचाई है। यह राहत लगातार बह रही उत्तरहिया और पूर्वा के कारण देखी जा रही थी। 
गत मंगलवार व बुधवार को अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक चढ़ा और लोग बेचौन हो गए। लेकिन उसके बाद तापमान नीचे गिरा और दो दिन से 37-38 तक रहा है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि पूर्वा और उत्तरहिया हवा के बहने से वातावरण में आर्द्रता बढ़ी है तापमान में गिरावट आई है, लगभग 8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज तापमान के साथ ही रात का न्यूनतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, शनिवार की रात तक बूंदाबांदी के बाद तापमान में और गिरावट की उम्मीद है। बीएचयू विज्ञान संस्थान के भू-भौतिकी विभाग के पूर्व असिस्टेंट प्रोफेसर डा.एसएन पांडेय ने कहा कि जमीन की सतह पर 10 नाट लगभग 18 किलोमीटर  की गति से हवा चल रही है। इसके विपरीत शनिवार को आसमान में 3000 मीटर की उंचाई पर पछुआ का बहना बारिश के बादलों को लेकर आ रहा है। जो शनिवार की रात के बाद तापमान में और गिरावट दर्ज करा सकता है। फिलहाल, पूर्वांचल के आसमान पर बरसने वाले बादल चढ़ते पारे को अभी और नीचे ला सकते हैं।  



20 प्रतिशत तक गिर चुकी आर्द्रता शनिवार को दिन में न्यूरतम 38 प्रतिशत और रात में अधिकतम 69 प्रतिशत दर्ज की गयी। उधर दिन में समय के साथ दिशा बदलने से उत्तरिया और पूर्वा हवा का बहना जारी रहा। इसकी गति अधिकतम 18 किलोमीटर प्रति घंटा रही।  मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि वाराणसी से 10 किलोमीटर पश्चिम में शाम 5 बजे बारिश दर्ज की गयी और वह पूर्वांचल की ओर बढ़ रही है।  मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी फोरकास्ट में बारिश का अनुमान जताया गया था जो जहां तहां बरस कर निकल गए थे। इसके बाद  चली हवा ने चढ़े पारे को इस कदर नीचे ढकेला कि अब काफी राहत महसूस की जा रही है।


 


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