निजी मेडिकल कॉलेज शुल्क अदायगी का न बनाए दबाव:एमएलसी
दाखिले के लिए 15 -20 लाख रुपये कहां से लायेंगे अभिभावक
शतरुद्र प्रकाश ने सीएम को लिखा पत्र, हस्तक्षेप करने की मांग
वाराणसी। एमएलसी शतरुद्र प्रकाश ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर निजी मेडिकल संस्थानों के मनमाने पर रोक लागने की मांग की है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में निजी मेडिकल कॉलेज विद्यार्थियों के उपर शुल्क जमा करने का जिस तरह से दबाव बना रहे हैं, ये निंदनीय है। लॉकडाउन में जब शिक्षण संस्थाएं बद चल रही हैं। विद्यार्थियों को घर पर रहने का निर्देश दिया गया है। छात्रावास से लगायत पठन -पाठन सब ठप है। ऐसे में शुल्क लेना आपत्तिजनक है। ऐसे प्रबंधकों और कॉलेजों पर तत्काल कार्रवाई की जाए।
बंदी के दौरान यह अत्ययंत हास्यास्पद है कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के प्रबंधक छात्र-छात्राओं पर मार्च, अप्रैल और मई माह का हास्टल शुल्क, मेस शुल्क, फीस और प्रवेश शुल्क जमा करने का दबाव बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ इस मामले को गंभीरता ले और त्वरित कार्रवाई करने को कहा। क्योंकि इन तीन महीने का शुल्क लाखों में है। कहां से विद्यार्थी भुगतान करेंगे।
इतना ही नहीं फरवरी में जिनका दाखिला हुआ है उनसे प्रवेश शुल्क 15 से 20 लाख रुपये मांगे जा रहे है। जबकि इस समय पूरा कारोबार बंद है। निजी संस्थानों के इस फरमान से अभिभावक सदमे में हैं। वो कहां से इतनी बड़ी राशि का इंतजाम और भुगतना करें।