मुंबई से ट्रक से आ रहे 33 लोग हुए गिरफ्तार, जांच में 15 संदिग्ध, मचा हड़कंप


लगातार प्रवासियों के आगमन से जनपदवासियों में भय का माहौल

जनसंदेश न्यूज़
गाजीपुर। प्रवासी मजदूर जिले के लिए अब मुसीबत बनते जा रहे है, यदि समय रहते प्रशासन गांव पहुंचने से पहले इन लोगों की जांच कर क्वारंटीन नही किया तो गांव में भी कोरोना महामारी अपना पैर जमा लेगी। जिला प्रशासन को इस मुश्किल हालातों में सख्ती से निपटना होगा।  
बिरनो ब्लॉक स्थित बोगना गांव के 33 लोगों को पुलिस ने सैदपुर के पास सोमवार की दोपहर गिरफ्तार कर लिया। सभी लोग मुंबई से ट्रक बुक कर अपने घर बोगना आ रहे थे। पुलिस ने इन लोगों की पहले थर्मल स्कैनिंग के लिए रेलवे ट्रेनिंग सेंटर भेजा। 15 लोग थर्मल स्कैनिंग में संदिग्ध पाए गए। संदिग्धों को जिला अस्पताल भेजकर क्वारंटीन किया गया है। जबकि ट्रक में मौजूद अन्य 18 लोगों को बोगना गांव के प्राथमिक विद्यालय में क्वारंटीन किया गया है। पूरे क्षेत्र में मुंबई से आये प्रवासियों की खबर मिलते ही हड़कम्प मच गया।
बता दें सोमवार की शाम 5 बजे तक विद्यालय में मुंबई से आये प्रवासियों के लिए कोई प्रशासनिक व्यवस्था नही की गई थी। ग्रामीणों का कहना है गांव में अगले कुछ दिन में अपने निजी साधन से बिना जांच कराएं ही सैकड़ों लोग  मुंबई, दिल्ली और अन्य प्रांतों से आए है। ट्रक में सवार लोगों ने बताया कि कई प्रान्तों की पुलिस ने इनको रोका लेकिन बाद में उन्हें छोड़ देती।
बोगना गांव में ही सोमवार को बिना कोरोना जांच कराए ही बृजेश चौहान नाम का एक युवक गांव पहुँचा। जिसके बाद गांव में हड़कम्प मच गया। बृजेश को कई बार खांसी भी आई। जिसके बाद गांव के लोगों ने स्थानीय गांव में बना अस्थाई क्वारंटीन सेंटर में उसे भेज दिए।


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