लापरवाही का पर्याय बना रेशमी नगरी का स्वागत गेट, कभी भी हो सकती है बड़ी दुर्घटना
नगर पालिका प्रशासन बेखबर, नहीं दे रहा ध्यान
जनसंदेश न्यूज़
मुबारकपुर/आजमगढ़। स्थानीय नगर पालिका के सीमाओ पर लगे स्वागत गेट लोगो को आने पर उनका स्वागत एवं अभिनंदन करती हैं। उक्त सड़के कई जिलों को जोड़ती हैं। मगर नगर पालिका द्वारा लगाए गए स्वागत गेट लापरवाही की भेंट चढ़ गये हैं। लगे हुए गेट में नट बोल्ट कम लगने से नीचे की तरफ झुक गया है जो कभी भी गिर सकता हैं।
एक तरफ मौजूदा सरकार जहां भय मुक्त प्रदेश का दावा कर रही हैं और लोगों की सहूलियत के लिए विभिन्न योजनाओं से उनको जोड़ रही हैं। मगर कही न कही मातहतों द्वारा हो रहे लापरवाही व भ्रष्टाचार को कम नहीं कर पा रही है। इसका जीता जागता उदाहरण मुबारकपुर नगर पालिका का स्वागत गेट हैं। मानक के विपरीत लगा हुआ गेट बड़ी दुर्घटना को दावत दे रहा हैं। इस संभावित दुर्घटना से नगर पालिका प्रशासन बेखबर है।
बताते चलें कि सवा लाख की आबादी वाली नगर पालिका में लोगो की आवाजाही अधिक रहती हैं। जिससे भीड़ भाड़ ज्यादा रहती है। अगर गेटों का फिर से मरम्मत नही हुआ तो कोई बड़ा हादसा कभी भी हो सकता है। कस्बा निवासी मोहम्मद जहीर का कहना हैं कि उक्त रास्ते से गुजरते समय भय बना रहता है कि कहीं जाते समय स्वागत गेट ऊपर न गिर जाए। स्थानीय लोगों ने कहा कि इस संबंध में नगर पालिका प्रशासन को कईयों बार अवगत कराया गया मगर कोई ध्यान नहीं दिया गया। अब्दुल गफूर, अविनाश, हरिओम का कहना हैं गेट जब लगा तभी से एक दो नट बोल्ट से कसा हैं। इस बदलते आंधी तूफान के मौसम में कभी भी गिर सकता हैं और डर बना रहता हैं कि हम लोगो के साथ कोई बड़ा हादसा न हो जाए।
बताते चलें कि सवा लाख की आबादी वाली नगर पालिका में लोगो की आवाजाही अधिक रहती हैं। जिससे भीड़ भाड़ ज्यादा रहती है। अगर गेटों का फिर से मरम्मत नही हुआ तो कोई बड़ा हादसा कभी भी हो सकता है। कस्बा निवासी मोहम्मद जहीर का कहना हैं कि उक्त रास्ते से गुजरते समय भय बना रहता है कि कहीं जाते समय स्वागत गेट ऊपर न गिर जाए। स्थानीय लोगों ने कहा कि इस संबंध में नगर पालिका प्रशासन को कईयों बार अवगत कराया गया मगर कोई ध्यान नहीं दिया गया। अब्दुल गफूर, अविनाश, हरिओम का कहना हैं गेट जब लगा तभी से एक दो नट बोल्ट से कसा हैं। इस बदलते आंधी तूफान के मौसम में कभी भी गिर सकता हैं और डर बना रहता हैं कि हम लोगो के साथ कोई बड़ा हादसा न हो जाए।