कोटेदार की मनमानी का युवकों ने किया विरोध तो प्रधान और कोटेदार के गुर्गों ने युवकों को जमकर पीटा, ग्रामीणों का फूटा आक्रोश
जनसंदेश न्यूज़
मऊ। लॉकडाउन में जहां गरीब, मजदूरों के लिए संकट मुंह बाये खड़ा है, ऐसे में कुछ ऐसे भी लोग है। जिनकी खूब चांदी कट रही है और लोग मनमानी पर उतारू हो गए है। ताजा प्रकरण थाना सरायलखंसी के बरलाई गांव का है। जहां कोटेदार द्वारा राशन कम देने व एक रूपया प्रतिकिलो ज्यादा वसूलने का मामला संज्ञान में आया है।
ग्रामीणों ने कोटेदार अशोक यादव पर आरोप लगाया है कि वें बरलाई ग्राम प्रधान से मिलकर सरकार से मिलने वाले मुफ्त राशन का पैसा ले रहे है और अनाज भी कम दे रहे है। इस बात को लेकर गांव के कुछ युवक सुनील चौहान (20), सचिन (25) पुत्रगण नगीना चौहान व अजित चौहान ने आरोप लगया कि इस बात जब विरोध किया तो कोटेदार और प्रधान के गुर्गों ने उन लोगों को मार पीट कर घायल कर दिया गया और पुलिस को बुलाकर उल्टे ही उन लोगों को जेल भेजवा दिया गया।
इससे ग्रामीणों में गुस्सा फूट पड़ा और वे सायं 7 बजे मऊ-आज़मगढ़ हाईवे को जाम कर दिए। जिससे अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया और इसी बीच सदर विधायक विजय राजभर भी जाम में फस गए। बहरहाल विधायक के हस्तक्षेप से और गिरफ्तार युवकों के रिहाई से ग्रामीण शांत हए।
इस प्रकरण में एक वीडियो जनसंदेश टाइम्स समाचार पत्र के हाथ लगा है। जिसमें कोटेदार कह रहा है कि इसमें उसकी कोई गलती नही है, क्योंकि वह अधिक पैसा इसलिए लेता है कि उसको ऊपर के अधिकारियों को प्रतिकिलो 1 रुपया देना पड़ता है। अधिकारी कहते है कि चाहे तुम राशन बेच दो या बांट दो हमें प्रतिकिलो 1 रुपया चाहिए और ये 1 रुपया में से योगी और मोदी तक को हिस्सा जाता है, इसलिए हम ये प्रतिकिलो 1 रुपया ज्यादा लेते है और अनाज भी कम देते है।