खुशियां और मुस्कान लेकर आएंगे बलराज सयाल, उनके बातचीत के प्रमुख अंश....
जनसंदेश न्यूज़
इंदौर। कई तरह की अलग-अलग भूमिकाएं हैं, जिन्हें हम खुद ही निभा रहे हैं, यह बात सोनी सब के कुछ स्माइल्स हो जाये...विद आलिया के बारे में बताते हुए बलराज सयाल ने कही। इस बारे में उनसे कई प्रश्न पूछे गए। जिसका उन्होंने सटीक उत्तर दिया।
सोनी सब के साथ यह आपका दूसरा शॉर्ट फॉर्मेट शो है। कैसा महसूस हो रहा है?
वाकई बहुत अच्छा लग रहा है। सबसे पहली बात कि हम लॉकडाउन के बीच शूटिंग कर रहे हैं और अपने दर्शकों तक पहुंच रहे हैं। सोनी सब के साथ मेरा पहला शॉर्ट फॉर्मेट शो अपना न्यूज आयेगा था और वह भी बहुत मजेदार कॉन्सेप्ट था। हम 2-3 मिनट के लिये आते थे और अपने दर्शकों को हंसाते थे। अब कुछ स्माइल्स हो जाये...विद आलिया के साथ हम 12-15 मिनट के लिये स्क्रीन पर होंगे, अपने दर्शकों के लिये खुशियां और मुस्कान लेकर आयेंगे। मैं बहुत ही उत्सुक था साथ ही साथ इस शो के लिये नये लोगों के साथ काम करने को लेकर थोड़ा नर्वस भी था, लेकिन यह काफी मजेदार हो गया।
अनूषा उर्फ आलिया के साथ शूटिंग करने का अनुभव कैसा था?
भले ही हमने वर्चुअली शूटिंग की, लेकिन अनूषा बहुत ही खुशमिजाज हैं। वह बेहद प्यारी और चुलबुली हैं। जब हम शूटिंग के लिये पहली बार वीडियो कॉल पर मिले, कुछ ही घंटों के अंदर हमारे बीच काफी अच्छा तालमेल बन गया और हमें ऐसा नहीं लगा कि हम पहली बार एक साथ काम कर रहे हैं। वह बहुत ही सहज कलाकार हैं और उनके साथ शूटिंग करना काफी मजेदार था, क्योंकि वह बीच-बीच में जोक्स भी सुनाती रहती थीं।
आप इस शो के लिये घर पर शूटिंग कर रहे हैं। यह अनुभव कैसा रहा ?
यह काफी अलग और नये तरह का अनुभव था। इस शूटिंग में मैं एक्टर भी था, स्पॉट दादा भी, मेकअप आर्टिस्ट भी, कैमरामैन और कॉस्ट्यूम आर्टिस्ट भी। इसलिये, काफी सारी भूमिकाएं हैं जोकि हम खुद ही निभा रहे हैं। इसके अलावा, एक फायदा है। सेट पर हमें पूरे कपड़े पहनने होते हैं, चाहे क्लोज शॉट हो या फिर मिड शॉट। घर पर तो मैंने शूटिंग के दौरान ब्लेजर और शॉर्ट्स पहन रखा था, क्योंकि मुझे सिर्फ मिड-शॉर्ट ही लेना था। शुरूआत में थोड़ी परेशानी हो रही थी, लेकिन अंत में बहुत ही मजेदार अनुभव रहा। सारी शूटिंग घर पर हुई थी, लेकिन प्रोमो काफी शानदार बन गया और मुझे लगता है कि एडिटर्स ने काफी अच्छा काम किया है।
क्या आपने घर पर शूटिंग/डबिंग की कोई तकनीक सीखी?
साउंड के लिये ज्यादा परेशानी थी। मेरे पास हाउस हेल्प है जोकि मेरे साथ ही रहता है, इसलिये मैंने उससे कह रखा था कि जब भी मैं शूटिंग करूं या डबिंग करूं तो बरतन नहीं धोना या उस समय नहाना नहीं। एक तकनीक जिसका मैंने पालन किया वह था मैं कंबल के अंदर खुद को ढंककर और उसके बाद रिकॉर्ड कर रहा था। इससे पूरी तरह से स्टूडियो वाला वॉइस इफेक्ट मिला। एक और चीज मैंने सीखी कि हमें अपने फोन को आउटफोकस करना था और इससे हमें शूटिंग करने में काफी मदद मिली।
दर्शकों को इस शो से क्या उम्मीद करनी चाहिये?
ऐसे समय में जबकि सारी चीजें थमी हुई हैं और टेलीविजन पर सिर्फ पुराने शोज ही फिर से देख पा रहे हैं तो इस शो के साथ हमारे दर्शकों को नया कंटेंट देखने का मौका मिलेगा। कुछ स्माइल्स हो जाये...विद आलिया निश्चित तौर पर उनके जीवन में नयापन लेकर आयेगा। मुझे उम्मीद है कि इन एपिसोड्स को बनाने में हमने कितनी मेहनत की है उसे पसंद करेंगे। यह जानते हुए कि सेट पर हमारे पास आमतौर पर जितनी सुविधाएं या इक्यूपमेंट्स होते हैं हमारे पास नहीं थे।
लॉकडाउन के बीच आप यह शो अपने दर्शकों के मनोरंजन के लिये लेकर आये हैं, लेकिन आप अपना लॉकडाउन किस तरह बिता रहे हैं?
मेरा दिन तो आराम से गुजर जाता है लेकिन रात में बाहर जाने की इच्छा होती है। लेकिन हम सबको पता है कि हम एक मुश्किल स्थिति में हैं और सुरक्षा के सभी उपायों का पालन करना और घर पर रहना ही बेहतर है । मैं अपना ज्यादातर समय सोकर और खाकर बिता रहा हूं। साथ ही टेलीविजन इंडस्ट्री में मैंने जो काम किया है उसे देख रहा हूं, जिसे पिछले कई सालों में मुझे देखने का मौका नहीं मिला। चूंकि मेरा परिवार जालंधर में है, मैं रोज ही उनसे बात करता हूं और उन्हें यह समझाना मुश्किल होता है कि ऐसे समय में घर क्यों नहीं आ सकते। इसलिये, मुझे ऐसा लगता है कि हर किसी को इसी तरह की स्थिति का सामना करना पड़ रहा होगा, लेकिन यह अभी जरूरी है।
अपने दर्शकों को कोई मैसेज देना चाहेंगे?
दर्शकों को घर पर रहने का एक और कारण मिल गया है क्योंकि सोनी सब एक नया मजेदार शो कुछ स्माइल्स हो जाये...विद आलिया लेकर आया है। इसलिये, घर पर रहें और आनंद उठायें। यह जरूरी नहीं कि आप हर समय प्रोडक्टिव हों या फिर कुछ नया सीखते रहें। वही करें जिसमें आपको सबसे ज्यादा खुशी मिलती हो, चाहे सोना हो, आराम करना हो, दोस्तों से बात करनी हो या फिर खाना हो।