ई-पास मशीन लेकर तहसील में इस्तीफा देने पहुंच गये सभी कोटेदार, अधिकारियों के फूले हाथ-पांव


काफी मान-मनव्वल के बाद माने कोटेदार


साथी कोटेदारों पर फर्जी कार्रवाई से नाराज से कोटेदार


एसडीएम को सौंपा आठ सूत्रीय ज्ञापन

जनसंदेश न्यूज़
करछना/प्रयागराज। कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान खाद्यान्न वितरण के दौरान ताबड़तोड़ शिकायतों के बाद कोटेदारो के खिलाफ हुई कार्रवाई व अन्य शिकायतों को लेकर सैकड़ों कोटेदार बुधवार को करछना तहसील मुख्यालय पहुंच गये। इस दौरान कोटेदारों ने उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए इस्तीफे की पेशकश की। इस दौरान अधिकारियों ने कोटेदारों को समझाने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा। 
बता दें कि इन दिनों कोरोना महामारी के समय निःशुल्क राशन वितरण करने के दौरान बड़ी संख्या में कोटेदारो की शिकायतें ग्रामीणो द्वारा की गई थी। जिसके बाद कई कोटेदारो पर ताबड़तोड़ कार्रवाई हुई और एफआईआर दर्ज कराई गई थी। लेकिन इस बीच कई शिकायते ऐसी भी हुई जो प्रधानों ने अपनी राजनैतिक रोटियां सेंकने के लिए फर्जी ढंग से कराई थी। इसी को लेकर कोटेदारों का आरोप है। 
करछना तहसील के अंतर्गत कौधियारा ब्लाक, चाका ब्लाक व करछना के कोटेदार अध्यक्षों में शिवपूजन, रजू प्रसाद व राजकरन के नेतृत्व में सैकड़ों कोटेदारो ने अपनी पास मशीन लेकर इस्तीफा देने पहुंचे। घंटो बाद एसडीएम करछना आकांक्षा राणा के समझाने पर सहमति कोटेदार मानें। इस दौरान कोटेदारों ने आठ सूत्रों का मांगपत्र एसडीएम को सौंपा।
जिसमें प्रमुख रूप से उन्होंने मांग किया था कि कोटेदारो पर फर्जी एफआईआर की जांच कराकर उन्हें आरोप मुक्त किया जाये। इसके साथ ही कोरोना महामारी साथ दे रहे कोटेदारो का भी सम्मान किया जाए। एसडीएम आकांक्षा राणा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का हल किये किया जायेगा और फर्जी कार्रवाई की जांच के बाद उन्हें आरोप मुक्त कर दिया जायेगा।  


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