प्रोफेसर समेत सभी जमाती जेल से निकालकर अस्थाई जेल में हुए शिफ्ट, सुरक्षा में मुस्तैद दो अधिकारी समेत डेढ़ दर्जन बंदीरक्षक


जनसंदेश न्यूज़
प्रयागराज। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की चपेट में आकर दुनिया भर के कई देशों के हजारों लोगों की अकाल मौत हो चुकी है। जबकि हजारों लोग खतरनाक वायरस की चपेट में आकर गंभीर रूप से बीमार पड़े हुए हैं। जिनका इलाज जारी है। सरकार कोरोना वायरस को समाप्त करने के लिए दमखम लगाए हुए हैं। साथ ही देशभर में बीते कई दिनों से लाक डाउन जारी हैं। ताकि सभी देशवासियों को सुरक्षित रखा जा सके। 
इसी कड़ी में बीते दिनों प्रयागराज जिले में 16 विदेशी समेत 30 लोगों को जिला प्रशासन की टीम ने एकांतवास में भेज दिया था। दो दिन पूर्व उन लोगों के खिलाफ विभिन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करते हुए प्रयागराज जिले के केंद्रीय कारागार नैनी के वर्षों पूर्व बंद किए गए महिला जेल में अस्थाई रूप से रखा गया था। गुरुवार को उन सभी लोगों को यमुनापार क्षेत्र के घूरपुर स्थित एक विद्यालय में अस्थाई जेल में शिफ्ट किया गया है। 
सूत्रों के मुताबिक उनकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर केंद्रीय कारागार नैनी से संबंधित दो अधिकारी समेत लगभग डेढ़ दर्जन बंदी रक्षकों सहित कई पुलिसकर्मियों को उन लोगों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात किया गया है। 
बता दें कि गुरुवार देर शाम को केंद्रीय कारागार की अस्थाई जेल में बंद सभी देसी व विदेशी जमातियों को पांच एंबुलेंस की मदद से घूरपुर के गौहनिया स्थित एक विद्यालय में बनाए गए अस्थाई जेल में शिफ्ट किया गया है। इससे पूर्व जिला प्रशासन से संबंधित आला अफसरों की एक टीम बकायदा उस अस्थाई जेल का निरीक्षण किया और हरी झंडी मिलने के बाद उन लोगों को अस्थाई जेल में शिफ्ट कर दिया गया। बता दें कि इन जमातियों में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से संबंधित प्रोफेसर डाक्टर शाहिद भी शामिल हैं। जिनके खिलाफ संबंधित विभाग की ओर से जांच पड़ताल भी जारी है।


 


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