निरीक्षण को निकले एसडीएम ने अचानक रोक दी गाड़ी, तालाब से बाहर निकल आये बत्तखों को......
भूख से तड़प रही बत्तखों की पीड़ा को एसडीएम ने किया महसूस, खिलाया दाना
जनसंदेश न्यूज़
गोपीगंज/भदोही। उपजिलाधिकारी डॉक्टर ज्ञानप्रकाश यादव के कठोर न्यायप्रिय व्यक्तित्व के साथ ही मंगलवार को पशु पक्षियों का प्रेम भी देखने को मिला। कोरोना वायरस की चपेट में आने से पूरा देश परेशान है। 21 दिनों के लाक डाउन में सरकार की प्राथमिकता यह है कि इस संकट की घड़ी में आम नागरिकों के समक्ष कोई परेशानी उत्पन्न न होने पाए। सरकार हर तरह के जतन कर रही है कि कोई भी इंसान भूखा न सोने पाए। अनाज के साथ ही गरीबों, रेडी ठेला, श्रमिकों के खाते में आवश्यक जरूरतों के लिए धनराशि भी भेज रही है। वही जिला प्रशासन भी अपनी पूरी ताकत के साथ गांव-गांव कस्बे बाजारों में लोगो को चिन्हित करके जरूरी सामान मुहैया करा रही है।
परंतु मंगलवार को भदोही जनपद के ज्ञानपुर तहसील में तैनात उपजिलाधिकारी डॉक्टर ज्ञानप्रकाश यादव को नए रूप में उस वक्त देखा गया जब भूख से तड़पते हुए तालाब से निकल कर झुंड में बत्तख सड़क पर निकल आये। इसके पहले यह बत्तख कालीदेवी स्थित तालाब में रहते रहे। लाकडाऊन के पूर्व नागरिकों की एक बड़ी संख्या तालाब पर जाकर उनको लाई बिस्किट आदि खिलाती रही है। परंतु इस समय कोई जा नही रहा है। भूख से व्याकुल बत्तख सड़कों पर निकल आये।
उनको देखते ही एसडीएम ने अपने ड्राइवर से गाड़ी रुकवाकर बिस्किट, नमकीन, दाना तबतक खिलाते रहे जब तक उनका पेट नही भर गया। उन बत्तखों का पेट भर गया तो वह दुबारा तालाब की तरफ वापस हो गए। इस तरह से उपजिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश यादव का जानवरों को खिलाते देखकर उपस्थित जनों ने एक सबक लिया कि हमे भी इसमें बढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए। जानवरों से ज्यादा प्रेम करने वाली मेनका गांधी ने सभी से आग्रह किया है कि लाकडाऊन के दौरान जानवरों के भी खाने पीने का इंतजाम करें।