कंट्रोल रूम से कर रहे समस्याओं का समाधान, मंडलायुक्त ने कोरोना नियंत्रण कक्ष का किया गहन निरीक्षण
कई इलाकों का दौरा कर क्षेत्र की स्थिति का लिया जायजा
जरूरतमंदों और असहायों को उपलब्ध करायी खाद्य सामग्री
जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। सिगरा स्थित सिटी कमांड कंट्रोल रूम को कोविड-19 नियंत्रण कक्ष के तौर पर बदल दिया गया है। यहां से शहर में लगे लगभग 300 कैमरों के जरिये 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है। साथ ही लॉकडाउन में लोगों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं देने, कोरोना वायरस के संक्रमण से उन्हें सुरक्षित रखने एवं इस महामारी से बचाव के लिए चल रहे कार्यों की निगरानी भी जारी है।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने शनिवार को इस कंट्रोल रूम का निरीक्षण करते हुए यह कहा। उन्होंने नियंत्रण कक्ष में प्राप्त समस्याओं और उनके लिए किये गये समाधान आदि के बारे में मौके पर तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों से जानकारी ली। मंडलायुक्त ने बताया कि फोन नंबर 1077 पर किसी भी सर्विस प्रोवाइडर से डायल करने पर आईवीआरएस सिस्टम से कई विभागों के बारे में लोगों को जानकारी देते हुए जनता की समस्याओं का निस्तारण भी किया जा रहा है।
श्री अग्रवाल ने बताया कि यहां से शहर में लगे करीब 300 कैमरों के माध्यम से तमाम इलाकों की मॉनिटरिंग हो रही है। डिजिटल मैप के जरिये। हॉटस्पॉट, कोरेंटाइन सेंटर, होम कोरेंटाइंड का जिओ लोकेशन के साथ निगरानी कर रहे हैं। इसके अलावा कोरेंटाइन किए गए लोगों के बारे में हालचाल और संबंधित सूचनाएं प्राप्त की जा रही हैं। इस दौरान कंट्रोल रूम में मौजूद संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य डॉ. मनीषा सिंह ने बताया कि बीते एक अप्रैल से टेली ओपीडी जारी है। मौके पर डॉ. निशांत चौधरी मोबाइल फोन नंबर 9839089512 पर लोगों को जानकारी दे रहे थे।
इसी क्रम में कमिश्नर ने भेलूपुर स्थित हेल्प डेस्क में कोरोन्टाइन किए लोगों का हाल जाना और उन्हें खाद्य सामग्री उपलब्ध करायी। उन्होंने लंका व सुंदरपुर क्षेत्र में भी गरीबों एवं असहायों को भोजन आदि मुहैया कराये हुए लोगों को अपने-अपने घरों में ही रहने की अपील की।
मंडल में जमात के 5 पॉजिटिव केस आइसोलेशन में
मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने बताया है कि तबलीगी जमात से आए लोगों में वाराणसी जनपद में दो, जौनपुर जिले में दो और गाजीपुर जनपद में कोरोना वायरस से संक्रमित होने का पॉजिटिव केस आया है। इन सभी को संबंधित जनपदों में आइसोलेट कराया गया है। जो लोग जमात से आने के बाद रिपोर्ट नहीं कर रहे हैं, उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी जा रही है।