जानिए क्यों चिकित्सक ने किराना और सब्जी के दुकानदारों को दी विशेष सावधानी बरतने की सलाह
सैनिटाइजर एवं मास्क का करें इस्तेमाल: डॉ विजेंद्र प्रताप सिंह
जनसंदेश न्यूज़
गाजीपुर। कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से पूरे देश में लाक डाउन हुआ है। पूरे देश में कोरोना के लगभग 2000 मामले सामने आ चुके हैं। कोरोना का सबसे बड़ा खतरा इलाज कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों को बताया जा रहा है, लेकिन अन्य देशों के ताजा आंकड़ों में पता चला है कि कोरोना वायरस से संबंधित सबसे ज्यादा मामले राशन, दूध, सब्जी बेचने वाले दुकानदार और ग्राहकों मे हो रहे हैं।
इस संबंध में होम्योपैथ चिकित्सक डॉ विजेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ तो बचाव के कई उपाय कर ले रहे हैं ,लेकिन किराना दुकानदार उतने बचाव नहीं कर पा रहे और इसका कारण उनकी दुकानो पर ग्राहकों की बहुत अधिक भीड़ का होना है। ऐसी परिस्थिति में उनके द्वारा अपने ग्राहकों के हाथों को बार-बार सेनीटाइज करना आवश्यक है। इसके साथ साथ उन्हें अपने हाथों को भी सेनीटाइजर का इस्तेमाल कर बार-बार साफ करना होगा। पैसों के लेनदेन के समय भी सैनिटाइजर का नियमित इस्तेमाल करना लाभकारी होगा।
कहा कि सभी दुकानदारों को नियमित मास्क एवं ग्लव्स लगाना जरूरी है, तथा लगातार हाथों को सैनिटाइज करना भी जरूरी है। कोरोना वायरस के खतरे से बचाव के लिए बड़े स्तर पर साफ सफाई के प्रति सैनिटाइजेशन के प्रति जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है। लाकडाउन के बाद बाजार खुलने की छूट के समय किराना एवं सब्जी दुकानों पर बगैर मास्क एवं सैनिटाइजर के ग्राहकों को सामान देना एक बड़े खतरे को आमंत्रण देना होगा। थोड़ी सी भी असावधानी दुकानदारों एवं ग्राहकों के लिए घातक सिद्ध होगी ।डॉ विजेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि इस वायरस का संक्रमण संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से तेजी से फैलता है।
करेंसी नोट कई हाथों से होकर के गुजरता है इस कारण उसके लेनदेन में बार-बार हाथों को सैनिटाइज करना जरूरी है। डॉक्टर विजेंद्र की माने तो बाहर सामान लेने कोई एक व्यक्ति ही जाए, वापस आने पर अच्छी तरह से अपने आप को सेनेटाइज करने के बाद ही घर में प्रवेश करें तथा संभव हो तो अलग कमरे में रहे। अगर इस बीमारी से बचना है तो सैनिटाइजर, मास्क का इस्तेमाल बहुत जरूरी है। और इसके साथ-साथ जरूरी है, सोशल डिस्टेसिंग एवं घरों में रहना।