किसान परिवार की महिलाएं सीखेंगी ट्रैक्टर व उपकरण चलाना, मॉडल ब्लाक बनाने के लिए केंद्रीय दल ने किया दौरा
विभागीय अधिकारियों के साथ मीटिंग कर विभिन्न कार्यों के लिए तय किया टार्गेट
अन्नदाताओं को नई प्रमाणित प्रजातियों व आधुनिक यंत्रों की जानकारी पर जोर
जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में कृषि में क्रांति लानी है तो नयी प्रमाणित प्रजातियों से किसानों को परिचित कराना होगा। खेती में प्रयोग होने वाले आधुनिक उपकरणों की जानकारी अन्नदाताओं को देनी होगी। इसके लिए किसानों को ग्राम पंचायतवार ट्रेनिंग दी जाएगी। किसान परिवारों की महिलाओं और लड़कियों को ट्रैक्टर व कृषि उपकरण चलाने के लिए मध्य प्रदेश के सिहोर जनपद स्थित बुधनी में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
सेवापुरी विकास खंड को मॉडल ब्लाक बनाने के लिए चल रही कवायद के क्रम में शुक्रवार दौरे पर आयी कृषि मंत्रालय भारत सरकार की टीम ने सर्किट हाउस में हुई बैठक के दौरान यह कहा। दल में अतिरिक्त सचिव डॉली चक्रवर्ती और संयुक्त सचिव अश्विनी कुमार थे। उन्होंने डीएम कौशल राज शर्मा और संबंधित विभागों के अफसरों के साथ मीटिंग की।
इस मौके पर सेवापुरी विकास खंड को कृषि संबंधी विभागीय योजनाओं से आच्छादित करने के बारे में चर्चा हुई। जिसमें मत्स्य पालन, पशुपालन, खादी, उद्यान और बीज अनुसंधान केंद्र अधिकारियों के साथ आगामी वित्तीय वर्ष की योजनाओं में नये लक्ष्य तय किये गये। उन्होंने किसान परिवार की महिलाओं और लड़कियों को खेती के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए सिहोर जिले के बुधनी में ट्रैक्टर चलाने व कृषि में प्रयोग की जाने वाली मशीने संचालित करने की ट्रेनिंग देने पर बल दिया।
उन्होंने बताया कि जनपद के प्रत्येक विकास खंड में दो किसानों को पावर राइस प्लांटर चलाने का प्रश्क्षिण भी देंगे। ताकि धान की खेती आधुनिक तकनीक से कराना संभव हो। उन्होंने लघु सिंचाई में स्प्रिंकलर व ड्रिप लगाने का तय करते हुए एक ग्राम पंचायत में एक हेक्टेयर और प्रति ब्लाक 50 हेक्टेयर में खेती का टार्गेट निर्धारित किया। इस प्रकार वाराणसी के सभी आठ विकास खंडों के चयनित ग्राम पंचायतों में 400 हेक्टेयर क्षेत्रफल में यंत्र लगाने का लक्ष्य रखा।
मीटिंग के दौरान प्रत्येक ब्लाक में दो एफपीओ स्थापित करने का टार्गेट मिला। जबकि नौ एफपीओ पहले से ही कार्यरत हैं। जिसके तहत सात एफपीओ में से तीन उद्यान विभाग और चार कृषि विभाग की ओर से बनाने के निर्देश दिये गये। प्रत्येक ब्लाक में सात-सात दिन का ट्रेनिंग कैंप 25 किसानों को नेशनल बीज बोर्ड की ओर से प्रशिक्षित करेंगे। उन किसानों को केबीआईसी से खेती के लिए लोन और अनुदान पर बीज उपलब्ध कराया जाएगा। मॉडल ब्लाक की कवायद के तहत पहले सेवापुरी विकास खंड को संतृप्त करने के बाद अन्य ब्लाकों के लिए कार्य आरंभ होगा। बैठक में उप निदेशक कृषि डॉ. राजीव कुमार, जिला कृषि अधिकारी सुभाष मौर्य, जिला उद्यान अधिकारी संदीप कुमार गुप्त, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. वीबी सिंह आदि भी रहे।